
रा.व.मा.पा. जडेरा में इकट्ठा किए गए वेस्ट प्लास्टिक के साथ विद्यार्थी और स्टाफ।
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
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पर्यावरण को प्लास्टिक से होने वाले नुकसान से बचाने के लिए जडेरा स्कूल की अध्यापिका पूजा शर्मा की पहल रंग ला रही है। एक तरफ जहां अध्यापिका बच्चों के साथ जोड़कर प्लास्टिक की बोतलें और रैपर्स एकत्रित कर रही हैं तो वहीं इसके बदले में स्कूली बच्चों की फीस भी अदा कर रही हैं। अब तक वे पांच विद्यार्थियों की मासिक फीस दे रही हैं।
इतनी प्लास्टिक की बोतलें और रैपर्स जमा करवा चुकी हैं अध्यापिका पूजा शर्मा
अध्यापिका की इस पहल की हर जगह सराहना हो रही है, जबकि कुछ अन्य स्कूलों ने भी इसी पहल को अपनाना शुरू कर दिया है। अध्यापिका पूजा शर्मा वर्तमान में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जडेरा में तैनात हैं। यह पहल उन्होंने वर्ष 2019 में राजकीय माध्यमिक पाठशाला जुलाहकड़ी से शुरू की थी। अब तक करीब 4500 से अधिक प्लास्टिक की बोतलें और रैपर्स जमा करवा चुकी हैं।
‘बच्चों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करना है मकसद’
इसी माह करीब दो सौ बोतलें और रैपर्स ग्राम पंचाय जडेरा के कार्यालय में जमा करवाए हैं। अध्यापिका पूजा शर्मा का कहना है कि प्लास्टिक से पर्यावरण को नुकसान पहुंचता है। इसी को यह पहल शुरू की है। उन्होंने कहा कि इसका मकसद बच्चों को पर्यावरण के प्रति जागरूक और जिम्मेदार बनाना है।
‘अन्य स्कूलों को भी पर्यावरण संरक्षण के लिए करना चाहिए कार्य’
उच्च शिक्षा उपनिदेशक चंबा प्यार सिंह चाढ़क का कहना है कि अध्यापिका की यह पहल सराहनीय है। उन्होंने कहा कि अन्य स्कूलों को भी इसी तर्ज पर पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्य करना चाहिए।

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