ग्रामीणों का कहना है कि एक साल पहले इस गोशाला में करीब 350 गोवंशी पशु रखे गए थे। लेकिन 2024 में बरसात के मौसम में ईशन नदी में बाढ़ आने के बाद गोशाला बंद कर दी गई थी और इसमें रखे गए पशुओं को छोड़ दिया गया था। इसके बाद से इस गोशाला में ताला लगा है।

कूड़े के ढेर में चारा तलाशते गोवंश।
– फोटो : संवाद


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