
Fart Walk Benefits
फिटनेस को लेकर दुनियाभर में लोग काफी सजग हो रहे हैं। लाइफस्टाइल से पैदा होने वाली बीमारियों की वजह से अब लोग खुद को फिट रखने पर ध्यान दे रहे हैं। इसके लिए लोग कई तरह की तरकीबें अपनाते हैं। कुछ लोग फिट रहने के लिए रोजाना एक्सरसाइज, योग या डाइट करते हैं तो कुछ लोग डेली वॉक और स्टेपकाउंट पूरा करने में लगे हैं। वैसे वॉक इन दिनों सबसे ज्यादा फेमस वर्कआउट बन गया है। वॉकिंग एक ऐसा तरीका है जिससे आप बिजी शेड्यूल के बीच कम समय और मेहनत में खुद को फिट रख सकते हैं। वॉकिंग के कई फायदे हैं और लोग इसे अपनी सुविधा के हिसाब से करते हैं। इसी बीच इन दिनों एक खास तरह की वॉक काफी फेमस हो रही है, जिसे फार्ट वॉक कहते हैं। जी हां पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर इस वॉक की खूब चर्चा हो रही है। आइए जानते हैं क्या है फार्ट वॉक और इसके फायदे क्या हैं?
फार्ट वॉक की शुरुआत कैसे हुई?
दरअसल 70 साल की कनाडाई मर्लिन स्मिथ ने फार्ट वॉक की शुरुआत की। मर्लिन लोगों को आंत के स्वास्थ्य के बारे में जागरूक करने का काम भी करती हैं। मर्लिन ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया और बताया कि उन्होंने और उनके पति ने हर रोज रात के खाने के बाद टहलना शुरू किया ताकि उन्हें गैस से राहत मिले और पाचन में मदद मिले। चूंकि टहलते समय हम गैस या फार्ट छोड़ते हैं, इसलिए हमने इसे फार्ट वॉक नाम दिया है।
वहीं एनेस्थिसियोलॉजी और इंटरवेंशनल पेन मैनेजमेंट के विशेषज्ञ डॉ. कुणाल सूद जो इंस्टाग्राम पर हेल्थ से जुड़े पोस्ट शेयर करते रहते हैं उन्होंने खाने के बाद थोड़ी देर टहलने के फायदों के बारे में बताया, जो आपकी सेहत के लिए बहुत जरूरी हैं।
खाने के बाद टहलने के फायदे
पाचन बेहतर गैस कम- फार्ट वॉक सिर्फ़ एक अजीब नाम नहीं है। फार्ट वॉक एक वास्तविक तकनीक है जिसके पाचन संबंधी लाभ हैं डॉ. सूद ने कहा, “फार्ट वॉक इंटरनेट पर एक नया नाम है, जिसके पीछे बहुत अधिक विज्ञान है। खाने के बाद बस 10 से 15 मिनट टहलने से पाचन तंत्र के माध्यम से गैस को बाहर निकालने, सूजन को कम करने और कब्ज को रोकने में मदद मिलती है। यह पेरिस्टलसिस को उत्तेजित करके काम करता है, जो आंतों की प्राकृतिक गति है जो भोजन और गैस को आगे बढ़ाती है।”
ब्लड शुगर होगा कंट्रोल- खाने के बाद टहलने से रक्त शर्करा के स्तर को मैनेज करने में मदद मिलती है। गैस से राहत दिलाने के अलावा फार्ट वॉक शरीर में ब्लड शुगर को कम करने में मदद कर सकती है। खास तौर से इंसुलिन रेसिस्टेंस या टाइप 2 डायबिटीज वाले लोगों के लिए इसे अच्छा माना जाता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि चलने के दौरान मांसपेशियों में संकुचन आपकी कोशिकाओं को अतिरिक्त इंसुलिन की आवश्यकता के बिना ग्लूकोज को अवशोषित करने में मदद करता है। कुछ रिसर्च से पता चलता है कि भोजन के बाद नियमित टहलने से बेहतर वेट मैनेजमेंट किया जा सकता है। इससे ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल होता है।

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