Share on Google+
Share on Tumblr
Share on Pinterest
Share on LinkedIn
Share on Reddit
Share on XING
Share on WhatsApp
Share on Hacker News
Share on VK
Share on Telegram
50F64F81645A2A453ED705C18C40448C
हेडलाइंस
Bahadurpur Incident: Bhim Army Created Ruckus Outside Ssp Office, A Youth Died In Bloody Conflict - Amar Ujala Hindi News Live MP News: सीएम डॉ. यादव आज उज्जैन में 27 इकाइयों का करेंगे भूमि-पूजन और लोकार्पण Police Made Motorcyclists Take An Oath In The Police Station On This Charge - Nagaur News Little Chance Of Electricity Becoming Expensive In Himachal New Tariff Will Be Released This Week - Amar Ujala Hindi News Live GT vs PBKS Match Prediction: गुजरात या पंजाब कौन जीतेगा IPL 2025 का 5वां मुकाबला, आंकड़ों के जरिए समझें पूरा गणित मार्च का आखिरी हफ्ता होगा धमाकेदार, ओटीटी पर रिलीज होंगी ये सीरीज-फिल्में घर में AC लगाने से पहले कर लें यह काम, नहीं तो पड़ेगा पछताना FD पर दोबारा नहीं मिलेगा इतना मोटा ब्याज, 31 मार्च को बंद हो रही हैं SBI की ये दो स्कीम Supreme Court sets up task force to look into suicides on campuses | India News Bihar Assembly Election 2025: Chirag Paswan Reached Tejashwi Yadav's Stronghold Raghopur; Met Fire Victims - Bihar News

Forest Department Pathankot Ranks First In Entire Punjab In Curbing Plastic Pollution In Forest Area – Amar Ujala Hindi News Live


Forest Department Pathankot ranks first in entire Punjab in curbing Plastic pollution in forest area

प्लाॅस्टिक की थैलियां इकट्ठी करतीं महिलाएं।
– फोटो : संवाद

विस्तार


वन विभाग पठानकोट वन क्षेत्र में प्लाॅस्टिक प्रदूषण में लगाम लगाने में पूरे पंजाब में अव्वल रहा है। पठानकोट का 22 प्रतिशत हिस्सा वन क्षेत्र है। प्रत्येक वर्ष हजारों नए पौधे लगाकर हरियाली बढ़ाने और जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए लंबे समय से प्रतिबद्ध है। 

Trending Videos

हालांकि इन प्रयासों को पौधों को उगाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले प्लाॅस्टिक बैगों से कमजोर किया जा रहा था, जिन्हें अक्सर रोपण स्थलों पर ही छोड़ दिया जाता था। प्लाॅस्टिक कचरे के इस संचय से होने वाले पर्यावरणीय नुकसान को पहचानते हुए पठानकोट वन विभाग ने जुलाई 2022 में इन प्लाॅस्टिक बैगों को इकट्ठा करने और उनका पुनर्चक्रण सुनिश्चित करने के लिए एक पहल शुरू की।

 

पिछले चार वर्षों में पौधरोपण के लिए पौधे ले जाने के लिए कुल 5000 किलोग्राम कुल प्लास्टिक थैलियों उपयोग की गई। इस प्रकार, वृक्षारोपण के बाद साइट पर भारी मात्रा में प्लास्टिक बैग छोड़े जाते हैं, जिस पर निश्चित रूप से ध्यान देने की आवश्यकता पड़ी। वृक्षारोपण स्थलों पर जमा प्लास्टिक बैग पर्यावरण को नुकसान पहुंचाते हैं, जो पुनर्वनीकरण और संरक्षण के मूल उद्देश्य के विपरीत है। प्लास्टिक कचरे ने न केवल साइटों को गंदा किया, बल्कि मिट्टी, हवा और जल प्रदूषण में भी योगदान दिया। यह जमाव वन्यजीवों के लिए खतरा पैदा करता है, जो अक्सर निगलने या उलझने का कारण बनता है।

इस पहल की शुरुआत तब हुई जब वन विभाग के डीएफओ धर्मवीर दैरू ने पठानकोट के डीएफओ के रूप में कार्यभार संभालने के तुरंत बाद वृक्षारोपण स्थलों पर प्लास्टिक की थैलियों को देखा। डीएफओ धर्मवीर दैरू ने कहा कि इस प्लास्टिक कचरे की उपस्थिति वृक्षारोपण प्रयासों के मूल उद्देश्य के विपरीत है। कहा कि पिछले तीन वर्षों में वन विभाग की टीम ने सफलतापूर्वक प्लास्टिक की थैलियों को एकत्र किया है और संभाग के सभी वृक्षारोपण स्थलों से पुनर्नवीनीकृत प्लास्टिक थैलियां एकत्रित की जाएंगी। इसका उद्देश्य वृक्षारोपण स्थलों को साफ करना तथा प्लास्टिक की थैलियों का पुनर्चक्रण सुनिश्चित करना है। पिछले तीन वर्षों में वन विभाग की टीम ने प्रभाग के सभी वृक्षारोपण स्थलों से प्लास्टिक की थैलियों को सफलतापूर्वक एकत्रित कर उनका पुनर्चक्रण किया है।

एकत्रित बैगों को प्रभाग कार्यालय में संग्रहीत किया जाता है और फिर स्क्रैप डीलरों को बेच दिया जाता है, जिससे प्राप्त आय का उपयोग विभिन्न गतिविधियों के लिए किया जाता है। जिसमें स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) का समर्थन करना भी शामिल है। इस वर्ष वन विभाग ने स्क्रैप डीलर को अपशिष्ट बैग बेचकर लगभग 20,000 रुपये का राजस्व अर्जित किया। इस राजस्व का उपयोग वन प्रभाग परिसर को प्लाॅस्टिक मुक्त बनाने और उत्पन्न कचरे के उचित प्रबंधन को सुनिश्चित करने के लिए किया जा रहा है।

निम्नलिखित गतिविधियां प्रायोजित की जा रही हैं

1. एकल उपयोग वाली प्लाॅस्टिक की बोतलों और कपों आदि के उपयोग से बचने के लिए कर्मचारियों को पानी की बोतलें और बुनियादी उपयोग के बर्तन (गैर-प्लाॅस्टिक) का वितरण।

2. प्लाॅस्टिक बैग के उपयोग को कम करने के लिए कर्मचारियों को कपड़े के बैग दिए जाएंगे।

3. कचरे और सूखे कचरे को उचित रूप से अलग करने के लिए डस्टबिन की स्थापना।

4. जैवनिम्नीकृत अपशिष्ट को जैव उर्वरकों में परिवर्तित करने के लिए परिसर में छोटी कम्पोस्ट इकाई।

5. कार्यालय में आने वाले कर्मचारियों और बाहरी लोगों के बीच जागरूकता पैदा करने के लिए परिसर में साइन बोर्ड लगाए जाएंगे।

इस पहल से पर्यावरण और पारिस्थितिकी तंत्र को महत्वपूर्ण लाभ हुआ है। प्लाॅस्टिक की थैलियों को हानिकारक माइक्रोप्लाॅस्टिक में टूटने और जहरीले रसायनों को छोड़ने से रोककर, इस कार्यक्रम ने मिट्टी, भूमि, वायु और जल में प्रदूषण को कम किया है। इसने वन्यजीवों की भी रक्षा की है, जो अक्सर प्लाॅस्टिक कचरे को निगलने या उसमें उलझने से खतरे में पड़ जाते हैं। इसके अतिरिक्त प्लाॅस्टिक की थैलियों को रीसाइकिल करने से संसाधनों का संरक्षण हो रहा है और नए कच्चे माल व ऊर्जा की मांग कम रहती है, जिससे स्थिरता प्रयासों को बढ़ावा मिलता है।

डीएफओ ने कहा कि इस पहल की एक विशेष उल्लेखनीय उपलब्धि कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन में कमी है। प्लाॅस्टिक को रीसाइकिल करने से ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में उल्लेखनीय कमी आई है, जिससे लगभग 20,000 किलोग्राम सीओ 2 की बचत हुई है और जलवायु परिवर्तन को कम करने में मदद मिली है। भविष्य में इस मॉडल को पूरे पंजाब में दोहराया जा सकता है। जहां वन विभाग सालाना 50 लाख से अधिक पौधे लगाता है। इस पहल का विस्तार करने से पूरे राज्य में सीओ 2 उत्सर्जन में उल्लेखनीय कमी आ सकती है। 

प्लाॅस्टिक बैग संग्रह और पुनर्चक्रण प्रयासों को जारी रखने के अलावा, विभाग प्लाॅस्टिक बैग बेचने से अर्जित धन का उपयोग करके कपड़े के बैग के उपयोग को बढ़ावा देने की योजना बना रहा है। एसएचजी को अधिक कपड़े के बैग बनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। इन उत्पादों को बाजार में लाने के प्रयास चल रहे हैं, जिससे पहल की स्थिरता सुनिश्चित हो सके और प्लाॅस्टिक कचरे के पर्यावरणीय प्रभाव को और कम किया जा सके।



Source link

1634490cookie-checkForest Department Pathankot Ranks First In Entire Punjab In Curbing Plastic Pollution In Forest Area – Amar Ujala Hindi News Live
Artical

Comments are closed.

Bahadurpur Incident: Bhim Army Created Ruckus Outside Ssp Office, A Youth Died In Bloody Conflict – Amar Ujala Hindi News Live     |     MP News: सीएम डॉ. यादव आज उज्जैन में 27 इकाइयों का करेंगे भूमि-पूजन और लोकार्पण     |     Police Made Motorcyclists Take An Oath In The Police Station On This Charge – Nagaur News     |     Little Chance Of Electricity Becoming Expensive In Himachal New Tariff Will Be Released This Week – Amar Ujala Hindi News Live     |     GT vs PBKS Match Prediction: गुजरात या पंजाब कौन जीतेगा IPL 2025 का 5वां मुकाबला, आंकड़ों के जरिए समझें पूरा गणित     |     मार्च का आखिरी हफ्ता होगा धमाकेदार, ओटीटी पर रिलीज होंगी ये सीरीज-फिल्में     |     घर में AC लगाने से पहले कर लें यह काम, नहीं तो पड़ेगा पछताना     |     FD पर दोबारा नहीं मिलेगा इतना मोटा ब्याज, 31 मार्च को बंद हो रही हैं SBI की ये दो स्कीम     |     Supreme Court sets up task force to look into suicides on campuses | India News     |     Bihar Assembly Election 2025: Chirag Paswan Reached Tejashwi Yadav’s Stronghold Raghopur; Met Fire Victims – Bihar News     |    

9213247209
पत्रकार बंधु भारत के किसी भी क्षेत्र से जुड़ने के लिए इस नम्बर पर सम्पर्क करें- 9907788088