gujarat flood water logging in Junagadh India Meteorological Department issued orange alert for Dwarka Rajkot Bhavnagar
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Junagadh Flood : गुजरात में भारी बारिश ने हालात बिगाड़ दिये हैं। हालांकि, जूनागढ़ जिले में भारी बारिश के बाद अब बाढ़ का पानी कम होने लगा है। अधिकारियों ने कहा कि बाढ़ का पानी कम होने के बाद अब हालात को सामान्य बनाने पर फोकस किया जा रहा है। अधिकारियों ने बताया है कि करीब 3,000 लोगों को जिले में सुरक्षित ठिकानों पर पहुंचाया गया है। जूनागढ़ में जिंदगी भले ही पटरी पर लौट रही हो लेकिन इधर मौसम विभाग ने रविवार को गुजरात के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग का कहना है कि 24 जुलाई को राज्य में भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने बताया है कि देवभूमि द्वारका, राजकोट, भावनगर और वलसाड जिले में अगले 24 घंटे में भारी बारिश का अनुमान है।
जूनागढ़ शहर में रविवार की सुबह 6 बजे तक पिछले 24 घंटों में 241 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। इसकी वजह से कई जगहों पर जलभराव की स्थिति बन गई है। कई कारें क्षतिग्रस्त हो गईं और बाढ़ में कई पशु बह गए। इसके अलावा बाढ़ की वजह से दो नेशनल हाइवे, 10 स्टेट हाइवे और 300 ग्रामीण सड़कें बंद हो गईं। यातायात व्यवस्था भी यहां बुरी तरह प्रभावित हो गई। गुजरात के हालात को लेकर केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने राज्य के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से बातचीत की है।
जूनागढ़ के कलेक्टर अनिल रानावसिया ने काह, ‘बारिश के थमने के बाद शहर में बाढ़ का पानी कम हो रहा है। करीब 200 लोगों का रेस्क्यू किया गया है और इसके अलावा निचले इलाके में रहने वाले करीब 750 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में रह रहे करीब 2200 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
जूनागढ़ में बिजली व्यवस्था को फिर से चालू करने का काम करीब-करीब खत्म हो गया है। शेल्टर में रहने वाले लोगों को खाने के पैकेट दिये जा रहे हैं। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन विभाग और राज्य आपदा प्रबंधन विभाग की टीमें हालात को सामान्य बनाने में जुटी हुई हैं। कलेक्टर ने कहा, ‘हमारा मुख्य फोकस अब शहर की साफ-सफाई पर है। जूनागढ़ शहर में करीब 600 सफाई कर्मी है। इसके अलावा हमने अन्य जिले से करीब 400 सफाईकर्मियों को बुलाया है। इसलिए आज के लिए हमारा फोकस शहर को साफ-सुथरा करने पर है ताकि हालात को सामान्य बनाया जा सके।
कलेक्टर ने बताया कि बाढ़ में बह चुकी गाड़ियों को रास्ते से हटाने के लिए क्रेन की व्यवस्था की गई है। रिहाइशी इलाके में घुसे बाढ़ के पानी को कम करने के लिए पंप लगाए गए हैं। रविवार को भावनगर, राजकोट, जामनगर, बोटाड, सूरत और बहरुच जैसे कुछ जिलों में 50-117 मिलीमीटर बारिश हुई है।

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