
विनेश फोगाट-बजरंग पूनिया
– फोटो : ANI
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विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया को पार्टी में शामिल कर कांग्रेस दरअसल महिला, युवा और जाट वोट बैंक को साधने का दांव चला है। पार्टी उम्मीद कर रही है कि महिला पहलवानों के उत्पीड़न के खिलाफ आंदोलन और फिर ओलंपिक में विनेश के प्रदर्शन और दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से अयोग्य घोषित होने के बाद हरियाणा में जो सहानुभूति का माहौल बना है पार्टी उसे अपने पक्ष में मोड़ सकेगी।
पिछले दो चुनावों में हरियाणा में युवा और महिलाओं के वोट बड़ी संख्या में भाजपा को मिले थे जिसके कारण पार्टी वहां सरकार बनाने में सफल रही। हालांकि विनेश और बजरंग के कांग्रेस में शामिल होने से भाजपा के पहलवानों के आंदोलन को कांग्रेस प्रायोजित बताने के आरोपों को बल मिला है। यह भी माना जा रहा है कि विनेश को खिलाड़ियों के सवालों का भी सामना करना पड़ेगा।
पार्टी मुख्यालय में विनेश और बजरंग को सदस्यता दिलाने के मौके पर कांग्रेस ने जुलाना और चरखी दादरी से बड़ी संख्या में महिलाओं को बुलाया था। मुख्यालय लगातार इन महिलाओं के नारों से गूंज रहा था। महिलाओं ने अमर उजाला को बताया कि वह यहां सिर्फ विनेश को समर्थन देने आई हैं कि क्योंकि वह महिला पहलवानों के खिलाफ हो रहे अत्याचार के खिलाफ लड़ाई का चेहरा रहीं हैं। राज्य में 95 लाख 12 हजार 574 महिला मतदाता हैं और इनमें से ज्यादातर परंपरागत रूप से भाजपा की वोटर रहीं हैं।
विनेश के जरिये महिला, युवा और जाट वोट बैंक साधना चाहती है पार्टी
विनेश को लगातार महत्व दे रही थी कांग्रेस… विनेश को कांग्रेस कितना महत्व दे रही है यह इस बात से पता चलता है कि पेरिस से उनके लौटने के बाद कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने उनके गांव तक वापसी में लंबा सफर विनेश और बजरंग के साथ उनकी गाड़ी के बोनट पर बैठकर तय किया। राज्य के दो करोड़ मतदाताओं में 18 से 39 साल के 95 लाख मतदाता युवा हैं। ये इन चुनावों में अहम फैक्टर माने जा रहे हैं। इनमें से 4.52 लाख मतदाता पहली बार वोट डालेंगे। विनेश और बजरंग के जरिये कांग्रेस इस वोट बैंक को पाले में करना चाहती है।
जाट वोटों पर असर
विनेश जाट समुदाय से आती हैं। परंपरागत रूप से यह समुदाय कांग्रेस, इनेलो और जेजेपी को वोट करता है। विनेश की पेरिस से भारत वापसी के दौरान जिस तरह हरियाणा की 26 खापों ने एकजुट होकर उनका साथ दिया उससे कांग्रेस को उम्मीद है कि इस बार इस समुदाय का बड़ा हिस्सा उसके लिए वोट करेगा। अगर विनेश के आने से कुछ भी फर्क पड़ा तो कांग्रेस के लिए यह बोनस की तरह होगा।
भाजपा ने विरोध में खोला मोर्चा
दूसरी ओर भाजपा ने भी अब विनेश और बजरंग के खिलाफ खुलकर बोलना शुरू कर दिया है। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल पहले ही कह चुके हैं कि ये दोनों पहलवान राजनीति के चक्र में फंसे थे और इसलिए आंदोलन किया था। वहीं, हरियाणा भाजपा के वरिष्ठ नेता अनिल विज ने दोनों पहलवानों के कांग्रेस में शामिल होने पर साफ कहा, विनेश पहले देश की बेटी थीं लेकिन अब अगर उन्होंने कांग्रेस की बेटी होना चुना है तो हम एेतराज करने वाले कौन हैं।

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