
घटना के बाद खड़े यात्री।
– फोटो : संवाद
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हरियाणा के पानीपत के समालखा में जीटी रोड पर छोटी दिवाली के दिन प्रवासी यात्रियों की चलती बस में आग लग गई। देखते ही देखते बस आग के गोले में बदल गई। इसमें आठ यात्री गंभीर रूप से झुलस गए। राहगीरों ने बस के शीशे तोड़कर यात्रियों को बाहर निकाला। बस पानीपत से उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जा रही थी।
इनको समालखा के सामान्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बस में करीब 300 यात्रियों को ठूंस-ठूंस कर भरा गया था। दमकलकर्मियों ने दो गाड़ियों की मदद से आग पर काबू पाया। चालक व परिचालक मौके से फरार हो गए। इस दौरान जीटी रोड पर जाम लग गया। पुलिस ने क्षतिग्रस्त बस को हाईवे से हटाकर यातायात को सुचारु कराया।
हादसा बुधवार सायं करीब छह बजे का बताया जा रहा है। लखीमपुर खीरी निवासी वैजनाथ, हरदोई, राणा, राम प्रकाश व गुरजीत ने बताया कि वे पानीपत की फैक्ट्रियों में काम करते हैं। दिवाली व छठ पर्व पर घर लखीमपुरी खीरी जा रहे थे। उन्होंने पानीपत से एजेंसी की बस बुक की थी। बस में लगभग 300 यात्रियों को ठूंसा गया था।
पानीपत से दिल्ली की तरफ चलते समय समालखा में फ्लाईओवर से करीब 500 मीटर पहले बस में धुआं उठने लगा। उन्होंने चालक व परिचालक को इस बारे में बताया लेकिन उन्होंने बस नहीं रोकी। जब आग भड़क गई तो चालक बस को साइड में लगाकर कूदकर फरार हो गया। उसके साथ परिचालक भी भाग गया। बस में चीख पुकार मच गई।
यहां से गुजर रहे वाहन चालकों ने ईंट पत्थर से बस के शीशे तोड़े। युवकों ने पहले बच्चों व व फिर महिलाओं को खिड़की से बाहर निकाला। बस के दरवाजे तोड़े गए। इस वक्त पूरी बस आग की चपेट में आ गई। लखीमपुर खीरी निवासी मुन्ना खान, छतरपाल, पंकज, मिथुन, धनवीर, मयंक, पिंटू व हरीश बुरी तरह झुलस गए।
जैसे तैसे राहगीरों ने इनको बाहर निकाला। पुलिस को इसकी सूचना दी गई। पुलिस दमकल विभाग की गाड़ियों को लेकर मौके पर पहुंची। झुलसे हुए सभी आठ श्रमिकों को समालखा सामान्य अस्पताल भिजवाया गया। फिर आग पर काबू पाया गया। इस दौरान दो घंटे तक यातायात प्रभावित रहा।
निकलने की जगह नहीं मिली, एक बार तो लगा नहीं बचेंगे
पंकज, मिथुन व धर्मबीर ने बताया कि बस में आग लगने के बाद धुआं भर गया था। सांस घुट रहा था। कुछ दिखाई नहीं दे रहा था। कुछ युवक बस की खिड़कियों से बच्चों व महिलाओं को बाहर निकाल रहे थे। बाहर निकलने का रास्ता नहीं मिल रहा था। एक बार तो प्रतीत हुआ कि वह बच नहीं पाएंगे। इसी वक्त खिड़की से युवकों की आवाज आई। वह खिड़की के पास गए तो युवकों ने उनको बाहर खींच लिया लेकिन अब तक उनके हाथ पैर, हाथ छाती व सिर में जलन हो रही है।
आग लगने के कारण स्पष्ट नहीं
पुलिस अब तक बस में आग लगने के कारण का पता नहीं कर सकी है। इसको लेकर कयास ही लगाए जा रहे हैं। पहले बस में पीछे की ओर आग लगी थी। इसके बाद धीरे धीरे आग फैल गई।
समालखा पुलिस थाना प्रभारी नीरज कुमार ने बताया कि झुलसे हुए लोगों को समालखा सामान्य अस्पताल में दाखिल कराया गया है। आग लगने के कारण स्पष्ट नहीं हैं। बस के चालक व परिचालक फरार हो गए हैं। निजी बस एजेंसी के मालिक को भी बुलाया गया है। पूरे मामले की गहन जांच की जा रही है।

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