
सतीश नांदल।
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पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष सतीश नांदल चुनाव नहीं लड़ेंगे। नांदल ने कहा है कि वे एक साल पहले ही पार्टी को चुनाव लड़ने से मना कर चुके हैं। ऐसे में भाजपा अब हुड्डा के खिलाफ किसी दमदार चेहरे की तलाश में है।
प्रदेश में गढ़ी सांपला-किलोई हलका काफी अहम है। तय है कि यहां से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा कांग्रेस के टिकट पर मैदान में उतरेंगे। भाजपा, जजपा, इनेलो, आप व बसपा सहित अन्य दलों ने अभी प्रत्याशी तय नहीं किए हैं। भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष सतीश नांदल तीन बार इस हलके से चुनाव लड़ चुके हैं।
तीनों ही बार उनका सामना पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा से हुआ है। नांदल ने पहला चुनाव इनेलो के टिकट पर 2009 में लड़ा था। तब वे हुड्डा से 72 हजार 100 मतों से हार गए थे। 2014 में नांदल ने इनेलो के टिकट पर चुनाव लड़ा। इस बार 47 हजार 183 मतों से उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा। 2019 के विधानसभा चुनाव से पहले नांदल भाजपा में शामिल हो गए। लेकिन, उनकी हार का सिलसिला नहीं थमा। पिछले विधानसभा चुनाव में नांदल को 58 हजार 312 वोट से हार झेलनी पड़ी थी।
एक साल पहले पार्टी को कह दिया था कि अबकी बार मैं गढ़ी सांपला-किलोई से विधानसभा चुनाव नहीं लड़ूंगा। पार्टी ने उनको रोहतक शहर हलके का संयोजक बनाया है। विधानसभा चुनाव में न केवल रोहतक शहर में काम करेंगे, बल्कि गढ़ी सांपला-किलोई हलके से पार्टी उम्मीदवार का पूरा सहयोग करेंगे। -सतीश नांदल, प्रदेश उपाध्यक्ष भाजपा

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