
सांकेतिक तस्वीर।
– फोटो : Meta
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हिमाचल प्रदेश के 18 हजार स्कूलों में चार लाख विद्यार्थियों ने मंगलवार को राष्ट्रीय सर्वेक्षण परख की तैयारियों के लिए मॉक टेस्ट दिया। प्रदेश के सभी सरकारी और निजी स्कूलों में परीक्षा हुई। तीसरी, छठी और नवीं कक्षा के विद्यार्थियों ने ओएमआर शीट पर सवालों के जवाब दिए। अब चार दिसंबर को परख सर्वे की मुख्य परीक्षा होगी। इस आधार पर राज्यों की शिक्षा के क्षेत्र में रैकिंग तय होगी।
राष्ट्रीय सर्वेक्षण परख में बेहतर नतीजे लाने के लिए सरकार ने प्रदेश में तीन मॉक टेस्ट करवाए हैं। पहला मॉक टेस्ट 10 सितंबर और दूसरा टेस्ट 9 अक्तूबर को हुआ था। इन दोनों टेस्ट में पाई गई कमियां दूर करने के लिए जरूरी निर्देश स्कूलों को जारी किए गए। बच्चों में सुधार लाने के लिए इन दिनों स्कूलों में दो विशेष पीरियड लगाए जा रहे हैं। स्कूली बच्चों के सीखने की क्षमता जांचने के लिए प्रदेश के स्कूलों में बड़े स्तर पर तैयारियां कराई जा रही हैं।
मंगलवार को हुए तीसरे मॉक टेस्ट के माध्यम से तीसरी व छठी कक्षा के बच्चों का भाषा, गणित और द वर्ल्ड अराउंड अस (ईवीएस) और नवीं कक्षा के बच्चों का भाषा, गणित, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान विषयों का ज्ञान परखा गया। अब आने वाले दिनों में मुख्य परीक्षा की तैयारियों को और तेज किया जाएगा। इसके तहत समग्र शिक्षा की ओर से परख सर्वे में आने वाले संभावित प्रश्नों पर सामग्री तैयार कर स्कूलों को उपलब्ध कराया गया है। समग्र शिक्षा के विद्या समीक्षा केंद्र के अभ्यास चैटबॉट पर भी स्कूलों को बच्चों की क्षमता संबंधी सवाल उपलब्ध कराए गए हैं।

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