महेंद्र सिंह धोनी को जब ICC हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया, तो फैंस के साथ-साथ खुद धोनी भी भावुक हो गए। लंदन के एबी रोड स्टूडियो में हुए कार्यक्रम में धोनी को यह सम्मान मिला, इसे लेकर उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा पल है जिसे वह हमेशा याद रखेंगे। उन्होंने कहा, “इस लिस्ट में जगह मिलना सिर्फ सम्मान नहीं, बल्कि एक बड़ी जिम्मेदारी भी है। जो खिलाड़ी मेरे पहले इसमें शामिल हुए हैं, उन्होंने क्रिकेट को एक नई ऊंचाई दी है। अब मेरा नाम उनके साथ जुड़ना गर्व की बात है।”
दरअसल धोनी अब भारत के 11वें हॉल ऑफ फेम खिलाड़ी बन गए हैं। महेंद्र सिंह धोनी ने भारत को कई बड़े मुकाबले जिताए हैं। 2011 के वर्ल्डकप को कोई नहीं भूल सकता है। भारत को 28 वर्षों के बाद आईसीसी की बड़ी ट्रॉफी जिताकर महेंद्र सिंह धोनी ने लोगो के दिलों पर कब्जा जमाया था।
इन खिलाड़ियों को किया शामिल
धोनी के साथ इस बार ICC हॉल ऑफ फेम में जिन और छह खिलाड़ियों को शामिल किया गया, उनमें कई बड़े नाम हैं। ऑस्ट्रेलिया के मैथ्यू हेडन, दक्षिण अफ्रीका के हाशिम अमला और ग्रीम स्मिथ, न्यूजीलैंड के डेनियल विटोरी जैसे खिलाड़ी इसमें शामिल हुए। वहीं महिला क्रिकेट में पाकिस्तान की सना मीर और इंग्लैंड की सारा टेलर को इस प्रतिष्ठित सूची में जगह दी गई। इनमें से ज्यादातर खिलाड़ियों ने धोनी के साथ या उनके खिलाफ इंटरनेशनल क्रिकेट खेला है। खास बात ये है कि हेडन और धोनी ने IPL में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए एक साथ खेला भी है। ICC की इस पहल से ना सिर्फ पुराने खिलाड़ियों का सम्मान हुआ है, बल्कि नए क्रिकेटर्स को भी प्रेरणा मिली है कि मेहनत और प्रदर्शन का हमेशा फल मिलता है।
एमएस धोनी के रिकॉर्ड जो उन्हें खास बनाते हैं
दरअसल धोनी का करियर बेहद खास रहा है। उन्होंने 90 टेस्ट मैचों में 4876 रन बनाए, जिसमें 6 शतक शामिल हैं। 350 वनडे में उन्होंने 50 से ज्यादा की औसत से 10,773 रन बनाए। इसके अलावा 98 T20I में 1617 रन और विकेटकीपर के तौर पर दर्जनों कैच और स्टंपिंग उनके नाम दर्ज हैं। वो दुनिया के एकमात्र ऐसे कप्तान हैं जिन्होंने टी20 वर्ल्ड कप (2007), वनडे वर्ल्ड कप (2011) और चैंपियंस ट्रॉफी (2013) तीनों ICC ट्रॉफी अपने नाम की हैं। धोनी की शांत सोच, तेज़ फैसले और टीम को बैलेंस करने की समझ ने उन्हें ‘कैप्टन कूल’ की पहचान दिलाई। मैदान पर उनकी मौजूदगी ने हमेशा विपक्षी टीमों पर दबाव बनाया और भारत को कई बार जीत दिलाई।
