
वितरित की सामग्री
– फोटो : अमर उजाला
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इस दौरान पैनल अधिवक्ता भावाराम गरासिया ने कैदियों की बैठक ली। इसमें अशिक्षित कैदियों को चिन्हित कर उन्हें साक्षर बनने के लिए प्रेरित किया गया। इसके लिए खुद के खर्चे से विभिन्न प्रकार की शिक्षण सामग्री वितरित की गई।
इस दौरान उनका कहना था कि कई बार भावावेश में ऐसी गलती हो जाती है, जिससे जिंदगी भर पछताना पड़ता है। ऐसे में पूर्व की गलतियों से सबक लेकर नई शरुआत करनी चाहिए। नियमित भगवान का नाम समरण करने का आग्रह किया गया। इसके बाद कैदियों द्वारा भजन कीर्तन किया गया।

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