
इंदौर में आयोजित अंतरराष्ट्रीय कान्फ्रेंस ASTMA-2024
– फोटो : अमर उजाला, इंदौर
विस्तार
इंदौर में आयोजित अंतरराष्ट्रीय कान्फ्रेंस ASTMA-2024 में दुनियाभर के विशेषज्ञों ने कई क्षेत्रों पर अपने विचार प्रस्तुत किए। इसमें बताया गया कि किस तरह से विज्ञान दुनिया को बदल रहा है और तकनीक नए आयाम गढ़ रही है। कान्फ्रेंस में वैश्विक विशेषज्ञता, नवाचार और प्रेरणा का प्रभावशाली समागम देखने को मिला। इंदौर के पटेल ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस में इस सम्मेलन का उद्घाटन सत्र प्रतिष्ठित व्यक्तित्वों की उपस्थिति और उनके विचारों से समृद्ध रहा।
जापान से आकर अपने शोध प्रस्तुत किए
मुख्य अतिथियों में ऑटोमोटिव गुणवत्ता प्रबंधन और विनिर्माण उत्कृष्टता के विशेषज्ञ इंजीनियर सतीश भागवत और औद्योगिक जैव प्रौद्योगिकी तथा सतत ऊर्जा के क्षेत्र में विशेषज्ञता रखने वाले डॉ. तुषार बनर्जी शामिल थे। पटेल ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के उप निदेशक डॉ. जय प्रकाश तिवारी ने स्वागत भाषण दिया, जबकि संस्थान की प्रिंसिपल और सम्मेलन की अध्यक्ष डॉ. नीना सोहानी ने ASTMA-2024 के उद्देश्यों और दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला।
शहरी खेती और टिकाऊ कृषि पर विचार साझा किए
पहले दिन के मुख्य आकर्षणों में प्रेरणादायक सत्र और चर्चाएं शामिल थीं। जापान के तोकुशिमा विश्वविद्यालय से डॉ. पंकज कोइंकर ने उन्नत फोटोकैटलिसिस अनुप्रयोगों के लिए अल्ट्राथिन टू-डायमेंशनल सेमीकंडक्टर पर अपने ग्राउंडब्रेकिंग शोध प्रस्तुत किए। पुणे स्थित फ्लोरा कंसल्ट के एरोपोनिक्स विशेषज्ञ रोहन शर्मा ने शहरी खेती और टिकाऊ कृषि के लिए अभिनव समाधानों पर चर्चा की। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, जम्मू से डॉ. अंबिका प्रसाद शाह ने स्मार्ट कंप्यूटिंग उपकरणों के लिए हार्डवेयर सुरक्षा और सुरक्षित डिजाइन पर जानकारी साझा की।
एक मंच पर आए विशेषज्ञ
इन सत्रों ने बहुविषयक क्षेत्रों में स्मार्ट प्रौद्योगिकी की खोज और उसके अनुप्रयोगों की नींव रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस सम्मेलन ने वैश्विक और स्थानीय विशेषज्ञों के अनुभवों और दृष्टिकोणों को एक मंच पर लाकर नवाचार और प्रगति की दिशा में एक नया आयाम जोड़ा।

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