देश की दूसरी आईटी कंपनी इन्फोसिस ने अपने कर्मचारियों की सैलरी में बढ़ोतरी को लागू करना शुरू कर दिया है। इंफोसिस ने 24 फरवरी को वेतन बढ़ोतरी लागू करना शुरू कर दिया। मनीकंट्रोल की खबर के मुताबिक, सैलरी में बढ़ोतरी 5 प्रतिशत से 8 प्रतिशत तक थी। खबर में कहा गया है कि असाधारण प्रदर्शन करने वालों को लगभग 10-12 प्रतिशत की वेतन वृद्धि मिली है। इन्फोसिस ने सैलरी में बढ़ोतरी को चार कैटेगरी- उत्कृष्ट, सराहनीय, अपेक्षाओं पर खरा उतरा और सुधार की आवश्यकता, में रखा है।
दूसरा चरण अप्रैल 2025 में शुरू होगा
खबर के मुताबिक, बैंड JL6 और उससे नीचे के कर्मचारियों के लिए वेतन बढ़ोतरी 1 अप्रैल से प्रभावी हुई है। बीते 16 जनवरी को, कंपनी ने कहा था कि वह जनवरी 2025 से भारत में अपने कर्मचारियों के लिए 6-8 प्रतिशत सालाना वेतन वृद्धि शुरू करेगी। वेतन वृद्धि की योजना चरणबद्ध तरीके से बनाई गई है, जिसका दूसरा चरण अप्रैल 2025 में शुरू होगा। आपको बता दें, वित्तीय वर्ष 2025 में टीसीएस को छोड़कर ज्यादातर आईटी कंपनियों ने सैलरी में बढ़ोतरी साइकल में देरी की। अमूमन यह वित्तीय वर्ष की शुरुआत में होती है।
टैक्स योग्य आय वर्ग में आने वाले कर्मचारियों के लिए पहल
इन्फोसिस में 3.23 लाख से अधिक प्रोफेशनल काम कर रहे हैं। पिछली बार नवंबर 2023 में वेतन में बढ़ोतरी लागू की गई थी। कंपनी टैक्स योग्य आय वर्ग में आने वाले कर्मचारियों को कम वेतन बढ़ोतरी की भरपाई के लिए भत्ते और दूसरे लाभ प्रदान करेगी। इन्फोसिस के मुख्य वित्तीय अधिकारी जयेश संघराजका ने कहा था कि मोटे तौर पर, हम भारत में 6-8% की सालाना वेतन बढ़ोतरी की उम्मीद कर रहे हैं। विदेशी वेतन वृद्धि पहले की वेतन समीक्षाओं के मुताबिक होगी।
तिमाही नतीजे में इन्फोसिस का हाल
दिसंबर में खत्म तीसरी तिमाही में इन्फोसिस ₹6,806 करोड़ के शुद्ध लाभ में 11.4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह ₹6,106 करोड़ था। समीक्षाधीन तिमाही में राजस्व ₹41,764 करोड़ रहा, जो पिछले साल की तुलना में 7.6 प्रतिशत अधिक है। स्थिर मुद्रा (सीसी) के संदर्भ में राजस्व में पिछले साल की तुलना में 6.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि क्रमिक रूप से 1.7 प्रतिशत की गिरावट आई।

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