
मोहम्मद शमी
इंडियन प्रीमियर लीग के 18वें सीजन की शुरुआत 22 मार्च से होगी, जिसमें पहला मुकाबला कोलकाता नाइट राइडर्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की टीम के बीच खेला जाएगा। आईपीएल 2025 सीजन की शुरुआत होने से पहले बीसीसीआई ने एक बड़ा फैसला लिया है, जिससे गेंदबाजों को अब इसका जबरदस्त फायदा मिलेगा। कोविड-19 महामारी के चलते गेंद पर लार यानी स्लाइवा लगाने पर लगे प्रतिबंध को उन्होंने अब हटाने का फैसला लिया है।
कप्तानों के साथ हुई मीटिंग के बाद बीसीसीआई ने लार से प्रतिबंध हटाने पर लिया फैसला
कोविड-19 महामारी के दौरान आईसीसी ने जहां पहले गेंद पर लार लगाने पर प्रतिबंध लगा दिया था तो इसे आईपीएल में लागू कर दिया गया था, इसके बाद साल 2022 में आईसीसी की तरफ से इस प्रतिबंध को स्थायी रूप से लागू कर दिया। अब बीसीसीआई ने आईपीएल 2025 सीजन के शुरू होने से पहले मुंबई में हुई कप्तानों के साथ मीटिंग के बाद गेंद पर लार लगाने पर लगे प्रतिबंध को हटाने का फैसला लिया है। बीसीसीआई के इस प्रस्ताव पर अधिकतर कप्तानों ने अपनी सहमति जताई। अब इससे आगामी आईपीएल सीजन में इसका फायदा गेंदबाजों को काफी जबरदस्त तरीके से मिलता हुआ दिखेगा, जिसमें वह गेंद पुरानी होने के बाद रिवर्स स्विंग भी करा सकते हैं, ताकि बल्लेबाजों को तेजी से रन बनाने से रोका जा सके। वर्ल्ड क्रिकेट में अब आईपीएल पहली ऐसी लीग बनी है, जिसने गेंद पर लार लगाने पर लगे प्रतिबंध को हटाने का फैसला लिया है।
मोहम्मद शमी ने उठाई थी प्रतिबंध हटाने की मांग
टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने कुछ समय पहले गेंद पर लार लगाने पर लगे प्रतिबंध को हटाने की मांग की थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि यदि ऐसा नहीं होता है तो ये खेल पूरी तरह से बल्लेबाजों के अनुसार हो जाएगा। शमी ने कहा था कि हम गेंद पर लार लगाने की मांग इसलिए कर रहे हैं क्योंकि इससे गेंद को रिवर्स स्विंग कराने में मदद मिलती है, जिससे खेल में गेंद पर बल्ले के बीच आपको बेहतर संतुलन देखने को मिलता है।
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