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Raksha Bandhan date on 30 or 31 august : इस बार अधिकमास कल यानी 18 जुलाई से शुरू हो रहे हैं। 18 जुलाई को अधिकमास लगने से सावन के 15 दिन के व्रत और त्योहार आगे खिसक गए हैं। इनमें हरियाली तीज, नाग पंचमी, रक्षा बंधन अब 16 अगस्त के बाद पड़ेगें, जब अधिकमास समाप्त हो जाएंगे। अभी यह महीना अधिकमास का रहेगा। कुल मिलाकर कह सकते हैं कि अधिकमास ने रक्षाबंधन के इंतजार को और बढ़ा दिया है। सावन के आगे के व्रत और त्योहार की बात करें तो हरियाली तीज 19 अगस्त और नाग पंचमी 21 अगस्त और रक्षा बंधन 30 अगस्त को होगा, हर बार की तरह इस बार भी रक्षा बंधन की दो तारीखों को लेकर संशय बना हुआ है।
रक्षा बंधन सावन की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। इस बार पूर्णिमा 30 अगस्त को सुबह 10.58 पर लग रही है, लेकिन इसी समय 10.58 बजे ही भ्रदा काल भी लग रहा है, जो कि 30 अगस्त को रात के 9.02 बजे तक रहेगा। अब मान्यताओं के अनुसार रक्षा बंधन भद्रा काल में नहीं मनाया जाता है। इस समय बहन भाई को राखी नहीं बांध सकती है। ऐसे में या तो रात के 9 बजे के बाद 30 अगस्त को राखी बांधी जाए, या फिर 31 अगस्त को सुबह 7 बजे से पहले, क्योंकि पूर्णिमा तिथि अगले दिन 31 अगस्त को खत्म हो जाएगी। पूर्णिमा तिथि के दिन 30 अगस्त को पूरे दिन भद्रा का साया है। इसलिए रक्षाबंधन या तो 30 अगस्त को रात के 9.02 बजे के बाद मनाया जाए अन्यथा अगले दिन 31 अगस्त गुरुवार को सूर्योदय के बाद और प्रात: 7.05 बजे के पहले मना लिया जाए। 31 अगस्त को सूर्योदय प्रात: 5.29 बजे है।
शुक्ल पक्ष पूर्णिमा : 30 अगस्त सुबह 10:58 बजे से 31 अगस्त प्रात: 07:05 बजे तक
भद्रा काल : 30 अगस्त दिन के 10:58 बजे से रात 9:02 बजे तक
कृष्ण पक्ष प्रतिपदा (क्षय तिथि) : 31 अगस्त 07:05 बजे से 01 सितंबर दोपहर 03:19 तक

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