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Jaipur Express Firing: रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के जिस कांस्टेबल ने आज सुबह मुंबई के पास एक चलती ट्रेन में कथित तौर पर गोलीबारी की, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई, बल के एक शीर्ष अधिकारी ने मीडिया को बताया कि वह बहुत गुस्सैल प्रवृत्ति का और कम दिमाग वाला था और घटना के वक्त उसने आपा खो दिया था। मीडिया रिपोर्ट्स हैं कि गोलीकांड के दौरान हत्यारे आरपीएफ जवान चेतन कुमार ने ट्रेन में 12 राउंड फायरिंग की थी।
आरपीएफ जवान चेतन सिंह ने कथित तौर पर सुबह करीब 5.23 बजे जयपुर-मुंबई सुपरफास्ट एक्सप्रेस में अपने सीनियर टीकाराम मीना और तीन यात्रियों की गोली मारकर हत्या कर दी। ट्रेन उस समय पालघर स्टेशन के पास थी। आरोपी ने चेन पुलिंग कर अगले स्टेशन पर ट्रेन से कूद गया और भागने की कोशिश की, लेकिन उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
आरपीएफ (पश्चिमी रेलवे) के महानिरीक्षक प्रवीण सिन्हा ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, “वह कम दिमाग वाला और काफी गुस्सैल प्रवृत्ति का है। बाकी कोई विवाद नहीं है। उसने बस अपना आपा खो दिया और अपने वरिष्ठ को गोली मार दी, फिर उसने यात्रियों को भी गोली मारी।”
कहां का है चेतन कुमार
चेतन कुमार कथित तौर पर उत्तर प्रदेश के हाथरस के रहना वाला है। जबकि, गोलीकांड में मारे गए टीका राम मीना आरपीएफ में सहायक उप-निरीक्षक, राजस्थान के सवाई माधोपुर से थे। मीना 2025 में सेवानिवृत्त होने वाले थे। उनके परिवार में उनकी पत्नी और 80 वर्ष की मां हैं। उनका 35 वर्षीय बेटा और 25 वर्षीय बेटी शादीशुदा हैं। परिवार के लिए ₹25 लाख के मुआवजे की घोषणा की गई है, इसके अलावा ₹15 लाख की अतिरिक्त सहायता भी दी जाएगी।
पीड़ितों को मुआवजा देगा रेलवे
रेलवे ने कहा है कि अन्य पीड़ितों के परिजनों को भी मुआवजा दिया जाएगा। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, चेतन और मीना सहित कुल चार आरपीएफ कर्मी एस्कॉर्ट ड्यूटी के लिए गुजरात के सूरत स्टेशन से ट्रेन में चढ़े थे। सुरक्षा के लिए लंबी दूरी की ट्रेनों में एस्कॉर्ट पार्टियां तैनात की जाती हैं। जांच में कड़ियों को जोड़ने के लिए ड्यूटी पर मौजूद दो अन्य आरपीएफ कर्मियों से भी पूछताछ की जा रही है। पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुमित ठाकुर ने कहा कि आरोपी लोअर परेल आरपीएफ पोस्ट में तैनात था।

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