
नागरिक अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम करवाने आए परिजन।
– फोटो : संवाद
विस्तार
हरियाणा के जींद के डोहाना खेड़ा गांव से कांवड़ लाने के लिए पिकअप गाड़ी में डीजे लगवाकर लौटते समय हुई सड़क दुर्घटना में एक कांवड़ियें की मौत हो गई, जबकि दो गंभीर रूप से घायल हो गए। तीनों को दुर्घटना के बाद नागरिक अस्पताल पहुंचाया गया, जहां पर चिकित्सकों ने चाहित को मृत घोषित कर दिया, जबकि वकील और गुलशन रो रेफर कर दिया। घायलों का हिसार के एक निजी अस्पताल में उपचार चल रहा है। दुर्घटना कापड़ों-भौंगरा रोड पर होने के कारण मामले की जांच नारनौंद पुलिस कर रही है।
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डोहाना खेड़ा निवासी 18 वर्षीय चाहत, वकील व गुलशन के अलावा कई युवक हरिद्वार से कांवड़ लाने के लिए पिकअप गाड़ी पर डीजे लगवाने के लिए कापड़ो गए हुए थे। जब वह डीजे लगवाकर लौट रहे थे तो कापड़ो गांव के नजदीक गाड़ी पर रखा साउंड सिस्टम पेड़ की शाखाओं से टकराने के बाद गाड़ी में मौजूद चाहित, वकील और गुलशन के ऊपर गिर गया।
चाहित के सिर में गाटर लगने व म्यूजिक सिस्टम गिरने से उसकी मौत हो गई। वकील और गुलशन भी गंभीर रूप से घायल हो गए।घटना की सूचना मिलने के बाद ग्रामीण और राहगीरों ने तीनों को गाड़ी से बाहर निकाला और नागरिक अस्पताल पहुंचाया।
दुर्घटना के समय गाड़ी में गांव के और युवक सवार थे, मगर वे बच गए। चाहित दो बहनों का इकलौता भाई था। चाहित के पिता की चार वर्ष पहले बीमारी के कारण मौत हो गई थी। नारनौंद पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद परिजनों को सौंप दिया है।
चालक पर लापरवाही का लगाया आरोप
युवकों के परिजनों ने गाड़ी चालक पर लापरवाही का आरोप लगाया है। चाहित के चाचा रोहित ने बताया कि गाड़ी के ज्यादा ऊपर तक डीजे लगाया गया था। चालक गाड़ी को तेजगति व लापरवाही से चला रहा था। उसने पेड़ों की तरफ ध्यान नहीं दिया, जिसके कारण हादसा हुआ है। म्यूजिक सिस्टम की ज्यादा ऊंचाई होने के कारण वह पेड़ की शाखाओं से टकरा गया।
कांवड़ लाते समय बरते हैं लापरवाही
श्रद्धालु हरवर्ष कांवड़ लेकर आते हैं, लेकिन गाड़ियों में म्यूजिक सिस्टम ऊंची आवाज में बजाना, छत से कई फीट ऊपर तक डीजे के बॉक्स रखवाना, गाड़ियों बीच सड़क पर चलाना और दूसरी गाड़ियों को रास्ता नहीं देने के कारण हर वर्ष कोई न कोई हादसा होता है। इस पर प्रशासन का भी ध्यान नहीं है। अगर निर्धारित ऊंचाई से ज्यादा पर डीजे के बॉक्स बांधे जाने पर पुलिस प्रशासन का नियंत्रण हो तो इन हादसों को रोका जा सकता है।
तेज ध्वनि के कारण नहीं देता सुनाई
कांवड़ लेकर आने व लेने के लिए जाने वाली हर गाड़ी पर शिव भक्ति के भजन तेज आवाज में बजाए जाते हैं। इससे दूर तक आने वाले वाहन प्रभावित होते हैं। इस दौरान किसी भी वाहन चालक को हॉर्न की आवाज नहीं सुनाई देती और भीड़ ज्यादा होने के कारण शिवभक्तों का पूरी सड़क पर कब्जा रहता है। प्रशासन को इसके लिए व्यवस्था बनानी चाहिए।

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