ऐप पर पढ़ें
Shani Sade Sati: भारतीय ज्योतिष शास्त्र में शनि को विशेष स्थान दिया गया है। शनि को न्याय का देवता भी कहा जाता है। मान्यताओं के अनुसार शनि देव लोगों को उनके कर्मो के अनुसार फल देते हैं। शनि साढ़ेसाती ऐसी ही एक महत्वपूर्ण ज्योतिषीय घटना है। ऐसा तब होता है जब शनि ग्रह किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली के 12वें, पहले और दूसरे भाग से होकर गुजरता है।
शनि साढ़ेसाती का शिक्षा पर प्रभाव
शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव लोगों के शारीरिक, मानसिक और आर्थिक स्थिति पर भी पड़ता है। आमतौर पर शुभ घटना नहीं माना जाता है। जिन राशियों पर शनि की साढ़े साती चल रही होती है उन लोगों का जीवन बहुत कष्टकारी होता है। यह घटना लोगों के शिक्षा और करियर को भी बहुत प्रभावित करती है। आइए जानते हैं इसका शिक्षा पर क्या होता है प्रभाव।
1. शनि की साढ़ेसाती के दौरान लोगों को अपनी पढ़ाई के प्रति अधिक ध्यान और दृढ़ संकल्प का अनुभव होता है। शनि का प्रभाव लोगों को शिक्षा को अधिक गंभीरता से लेने के लिए मजबूर करता है। इससे लोगों को विषयों की गहरी समझ पैदा होते हैं।
2. इस दौरान लोगों को सफलता आसानी से नहीं मिलती है। छात्रों को अपने गोल को प्राप्त करने के लिए अतिरिक्त प्रयास करना पड़ता है। हालांकि, लंबे समय में कड़ी मेहनत का फल जरूर मिलता है।
3. शनि की साढ़ेसाती का समय छात्रों को अपनी गलतियों से सीखने और कठिन परिस्थितियों में मजबूती से लड़ने की ताकत देता है।
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

Comments are closed.