Know When Vice President Dhankhar Will Come To Inaugurate The Kalidas Function – Madhya Pradesh News

कालिदास समारोह
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
देश के उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ मंगलवार 12 नवम्बर को उज्जैन में आयोजित हो रहे 66 वें अखिल भारतीय कालिदास समारोह में मुख्य अतिथि के रुप में शमिल होंगे। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का मंगलवार 12 नवंबर को दोपहर 2.45 बजे इंदौर एयरपोर्ट पर आगमन होगा। वे इन्दौर से दोपहर 2.50 बजे उज्जैन के लिए हेलीकॉप्टर से रवाना होंगे। इसके बाद अपराह्न 3.20 बजे डीआरपी लाइन हेलीपेड पर आगमन करेंगे। हेलीपेड से वे अपराह्न 3.25 बजे कालिदास संस्कृत अकादमी के लिए रवाना होंगे। अपराह्न 3.30 बजे वे कालिदास संस्कृत अकादमी परिसर में आगमन कर यहां अखिल भारतीय कालिदास समारोह में सम्मिलित होंगे। इसके पश्चात शाम 4.10 बजे कालिदास अकादमी से हेलीपेड डीआरपी लाइन के लिए रवाना होंगे। उपराष्ट्रपति शाम 4.15 बजे उज्जैन हेलीपेड आयेंगे। यहां से वे इन्दौर एयरपोर्ट के लिए 4.20 बजे रवाना होंगे।
अखिल भारतीय कालिदास समारोह 12 से
66वां अखिल भारतीय कालिदास समारोह आगामी 12 से 18 नवंबर तक आयोजित किया जाएगा। निर्धारित कार्यक्रम अनुसार आगामी 10 नवंबर को प्रात: 8 बजे वाघार्चन किया जाएगा। इसके पश्चात 11 नवंबर को प्रात: 9 बजे मंगल कलश यात्रा निकाली जाएगी। इसके पश्चात कालिदास अकादमी में शाम 7 बजे नान्दी-भक्ति संगीत का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। आगामी 12 नवंबर को समारोह की शुभारंभ विधि शाम 4 बजे और सांस्कृतिक कार्यक्रम शाम 7 बजे से प्रस्तुत किए जायेंगे।
इसके पश्चात 13 नवंबर को प्रात: 10 बजे महाकवि कालिदास के साहित्य में पंच महाभूत विमर्श पर आधारित राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी का प्रथम सत्र, दोपहर 2 बजे विक्रम विश्वविद्यालय के अंतर्गत राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी और शाम 5 बजे पंडित सूर्यनारायण व्यास व्याख्यान माला का आयोजन किया जाएगा। इसके बाद शाम 7 बजे शास्त्रधर्मी शैली पर आधारित तथा पारम्परिक शैली से अनुप्रेरित नृत्य नाटिका का प्रस्तुतिकरण किया जाएगा। 14 नवंबर को प्रात: 10 बजे राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी का द्वितीय सत्र, दोपहर 2 बजे विक्रम विश्वविद्यालय के अंतर्गत संगोष्ठी का द्वितीय सत्र, शाम 5 बजे व्याख्यान माला कुटुम्ब व्यवस्था का आयोजन किया जाएगा।
इसके पश्चात शाम 7 बजे हिन्दी नाटक वसन्त सेना का प्रस्तुतिकरण किया जाएगा। 15 नवंबर को प्रात: 10 बजे राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी का तृतीय सत्र, दोपहर 2 बजे विक्रम विश्वविद्यालय के अंतर्गत संगोष्ठी का तृतीय सत्र, शाम 5 बजे व्याख्यान माला- कालिदास का पर्यावरण चिंतन, इसके पश्चात शाम 7 बजे लोक गायन और नाटक अभिज्ञान शाकुन्तलम् की प्रस्तुति दी जाएगी। 16 नवंबर को प्रत: 10 बजे संस्कृत कवि समवाय का आयोजन किया जाएगा। दोपहर 2 बजे अन्तर्विश्वविद्यालयीन संस्कृत वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। इसके पश्चात शाम 7 बले लोक नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी। 17 नवंबर को प्रात: 10 बजे अन्तर महाविद्यालयीन कालिदास काव्य पाठ का आयोजन किया जाएगा। इसके बाद दोपहर 2 बजे अन्तर महाविद्यालयीन हिन्दी वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। शाम 7 बजे शास्त्रीय गायन की प्रस्तुति दी जाएगी। 18 नवंबर को समारोह का समापन कार्यक्रम शाम साढ़े चार बजे से किया जाएगा। इसके बाद शाम 7 बजे शास्त्रीय शैली में वादन का आयोजन किया जाएगा।
राष्ट्रीय कालिदास अलंकरण से ये होंगे सम्मानित
अखिल भारतीय कालिदास समारोह के शुभारंभ अवसर पर संस्कृति विभाग द्वारा घोषित दो वर्षों के चार विद्याओं में आठ कलाकारों को अलंकरण प्रदान किए जाएंगे। उपराष्ट्रपति द्वारा कलाकारों को अलंकरण के साथ 5 लाख रुपये, प्रशस्ति पत्र, शाल, और श्रीफल देकर सम्मानित किया जाएगा।
शास्त्रीय संगीत – वर्ष 2022 के लिए पं. उदय भवालकर (पुणे) को ध्रुपद गायन और वर्ष 2023 के लिए पं. अरविंद पारीख (मुंबई) को सितार वादन के लिए सम्मानित किया जाएगा।
शास्त्रीय नृत्य – वर्ष 2022 के लिए डॉ. संध्या पूरेचा (मुंबई) को भरतनाट्यम और वर्ष 2023 के लिए गुरु कलावती देवी (मणिपुर) को मणिपुरी नृत्य के लिए सम्मानित किया जाएगा।
रूपंकर कलाएं – वर्ष 2022 के लिए पी.आर. दारोज (दिल्ली) को मूर्तिकला और वर्ष 2023 के लिए रघुपति भट्ट (मैसूर) को चित्रकला के लिए सम्मानित किया जाएगा।
रंगकर्म – वर्ष 2022 के लिए भानु भारती (राजस्थान) को और वर्ष 2023 के लिए रुद्रप्रसाद सेन गुप्ता (कोलकाता) को रंगकर्म के क्षेत्र में सम्मानित किया जाएगा।

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