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Sawan Dusra Somvar: सावन के सोमवार का महत्व शिव भक्तों के लिए सबसे ज्यादा होता है। साल 2023 का सावन अधिक मास के कारण कुल 59 दिनों का हो रहा है। जिसमें कुल 8 सोमवार पर रहे हैं। चुकी चंद्रमा का दूसरा नाम सोम है जिसे भगवान शिव ने अपने मस्तक पर धारण किया है। इसलिए सोमवार को भगवान शिव का दिन माना जाता है। आइए जानते हैं सावन सोमवार के दिन का महत्व और धार्मिक मान्यताएं के बारे में विस्तार से।
इसलिए रखा जाता है सावन सोमवार का व्रत
ऐसी मान्यता है कि माता पार्वती ने भगवान शिव को अपने पति के रूप में पाने के लिए सावन के महीने में कठोरतम तप किया था। दूसरी ओर पौराणिक मान्यताओं के अनुसार कहा जाता है कि सावन के महीने में भी समुद्र मंथन हुआ था। समुद्र मंथन से निकले हुए विश को भगवान शिव ने ग्रहण कर लिया था। चुकी सावन का दिन भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित है इसलिए इस दिन व्रत का महत्व सबसे ज्यादा है।
सावन सोमवार को जरूर चढ़ाएं सफेद फूल
भगवान शिव को सफेद पूल बेहद पसंद है। चुकी भोलेनाथ को सादगी बहुत पसंद है इसीलिए मान्यता है कि सफेद फूल से भगवान शिव बहुत प्रसन्न होते हैं। इसलिए सावन सोमवार के दिन शिवलिंग पर जल चढ़ाने से पहले लोटे में कुछ सफेद फूल डालें और फिर दूध या जल से जलाभिषेक करें। आप भगवान भोलेनाथ को धतूरे के फल के साथ उसका फूल भी चढ़ा सकते हैं।
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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