
arrest
– फोटो : अमर उजाला
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कुरुक्षेत्र में सीआईए-1 की टीम ने सेक्टर-10 में एक निर्माणाधीन इमारत में छुपे जबरा गैंग के चार बदमाशों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है। इस मुठभेड़ में एक बदमाश के टांग में गोली भी लगी है, जिसे उपचार के लिए एलएनजेपी अस्पताल भर्ती कराया गया है।
आरोपी अंकित निवासी भगवानपुर जिला सहारनपुर, सोनू निवासी सिरसल जिला कैथल, लक्ष्य व सोनू निवासी गोंदर जिला करनाल के कब्जे से तीन पिस्टल, दो देसी कट्टे, पांच मैगजीन और 28 कारतूस बरामद हुए। चारों बदमाश लाडवा गैंग के निर्मल भूल्लर की हत्या करने के फिराक में सेक्टर-10 में छुपे हुए थे।
पत्रकार वार्ता में पुलिस अधीक्षक जश्नदीप सिंह रंधावा ने बताया कि चारों बदमाश निर्मल भुल्लर की हत्या करने के लिए आए थे। उन्होंने अदालत में पेशी के दौरान भुल्लर की हत्या करने की योजना बनाई थी। इसके लिए बदमाश पिछले कई दिन से अदालत परिसर में रेकी कर रहे थे।
मंगलवार रात करीब नौ बजे सूचना पर सीआईए-एक की टीम ने मौके पर दबिश दी तो बदमाशों ने टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस टीम की जवाबी कार्रवाई में एक गोली बदमाश अंकित की टांग में लग गई। लक्ष्य ने भी टीम पर फायर किया था। बाद में पुलिस ने चारों को काबू कर लिया।
आरोपियों के खिलाफ पहले भी मामले दर्ज हैं। सोनू के खिलाफ 2017 में अदालत परिसर करनाल में एक आरोपी पर गोली चलने का मामला दर्ज है। लक्ष्य के खिलाफ शस्त्र अधिनियम व लडाई झगड़े का मामला दर्ज है। आरोपियों को अदालत में पेश करके रिमांड पर लिया जाएगा।
जबरा एनकाउंटर के बाद बढ़ी दुश्मनी
सीआईए-एक के प्रभारी सुरेंद्र कुमार ने बताया कि जबरा एनकाउंटर के बाद उसके गैंग के गुर्गे निर्मल भुल्लर लाडवा को अपना दुश्मन मानते थे। आरोपियों के मन में रंजिश है कि जबरा एनकाउंटर में निर्मल भुल्लर का हाथ है। उसी ने पुलिस को जबरा के बारे में जानकारी दी थी। ज्ञात हो करीब पांच साल पहले सीआईए करनाल ने बड़ागांव के जंगल में जबर उर्फ जबरा निवासी लाडवा का एनकाउंटर किया था। जबरा पर हत्या, हत्या का प्रयास समेत एक दर्जन मामले दर्ज थे। उस पर पांच लाख रुपये का इनाम रखा गया था।

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