उज्जैन नगर निगम सीमा को पूरी तरह से शराब मुक्त घोषित कर दिया गया है। इस फैसले के तहत शहर में स्थित 17 शराब दुकानों पर ताले लगा दिए गए हैं। साथ ही, शहर के सभी बार भी बंद कर दिए गए हैं। टूरिज्म विभाग के अधीन आने वाली होटलों में भी अब शराब नहीं परोसी जाएगी। इसमें फ्रीगंज स्थित होटल शिप्रा और तीन बत्ती चौराहे की होटल उज्जयिनी शामिल हैं। इन दोनों होटलों में संचालित बार अब पूरी तरह बंद कर दिए गए हैं।
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इस निर्णय का असर शहर के प्रतिष्ठित माधव क्लब पर भी पड़ा है। लगभग सौ साल पुराना यह क्लब निजी संस्था है, जिसके अध्यक्ष पदेन संभागायुक्त होते हैं, जबकि उपाध्यक्ष जिला कलेक्टर। क्लब के सचिव का चयन निजी सदस्यों द्वारा चुनाव के माध्यम से किया जाता है। करीब 900 सदस्यों वाला यह क्लब अब शराबबंदी के कारण शांत और वीरान नजर आ रहा है।
क्लब के मैनेजर महेश प्रसाद ने बताया कि सभी सदस्यों को बार बंद होने की सूचना दे दी गई है। अब क्लब को पारिवारिक गतिविधियों और सामाजिक आयोजनों से जोड़ने की दिशा में कदम बढ़ाए जा रहे हैं। शराबबंदी लागू होने के बाद से शहर में एक नई सामाजिक चेतना देखी जा रही है। सरकार के इस कदम को लोगों का समर्थन भी मिल रहा है, खासकर धार्मिक नगरी की पवित्रता बनाए रखने की दिशा में।

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