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महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के इरशालवाड़ी गांव में हुए लैंड स्लाइड ने भारी तबाही मचाई है। खबर लिखे जाने तक भूस्खलन की त्रासदी में 10 लोगों की मौत की पुष्टि की गई है। रायगढ़ जिले का इरशालवाड़ी गांव एक प्रकृति की खान की तरह है। ट्रैकिंग के लिए जाने वाले लोग यहा आते हैं। इरशालवाड़ी की तस्वीर सात दिन पहले की तुलना में आज अधिक गंभीर है। सात दिन पहले यूट्यूब पर आए एक वीडियो में इस त्रासदी के संकेत भी मिलते हैं।
यूट्यूबर जीवन कदम ने सात दिन पुराने व्लॉग में नजर आ रहा है कि इरशालवाड़ी में जगह-जगह मिट्टी के ढेर और खंडहर घर ही नजर आते हैं। बुधवार को हुई भारी बारिश के बाद देर रात इरशालवाड़ी भूस्खलन की चपेट में आ गया। अब तक 10 शव बरामद किये जा चुके हैं। तलाश अभी भी जारी है। बताया जा रहा है कि 30 से 40 लोग लापता हैं।
बेहद छोटा सा दिखने वाला यह गांव इरशालगढ़ के रास्ते में बीच में है। बुधवार रात अचानक भूस्खलन से हादसा हो गया। यूट्यूबर जीवन कदम ने 7 दिन पहले वहां ट्रैकिंग का रोमांच साझा किया था कि इरशालगढ़ और इरशालवाड़ी कैसा दिखता है, ये अपने वीडियो में दिखाया। उन्होंने ट्रैकिंग के दौरान वहां के कुछ रोमांचक पलों के बारे में बताया था।
हालांकि, आज वहां केवल मिट्टी और खंडहर है। लोगों की चीखें और अपने परिजनों के जिंदा होने की चाहत वहां के लोगों को अधीर कर रही हैं। मुख्यमंत्री से लेकर नेता और बचाव दल तक सभी ने हिम्मत दी है और सहयोग का वादा किया। लेकिन यहां के लोगों की पीड़ा ज्यादा बड़ी है।
इस स्थान तक पहुंचने के लिए मांवली गांव से होकर गुजरना पड़ता है। बस्ती तीव्र ढलान पर होने के कारण वहां पहुंचना कठिन है। इरशालवाड़ी में ठाकर नामक आदिवासी समुदाय के लोग रहते हैं। भूस्खलन की घटना बुधवार रात 10:30 से 11:00 बजे के बीच हुई। बताया गया है कि 25 से 26 परिवार प्रभावित हुए हैं। इनमें से 21 घायल हैं, 17 का बेस कैंप में और 4 का लोकवैंक एमजीएम में इलाज चल रहा है। इस घटना में 10 लोगों की मौत की जानकारी सामने आ रही है। इसलिए अन्य लोगों की तलाश की जा रही है।

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