Orchardist In Himachal Will Get Micro Grafted Stone Fruit Plants For The First Time This Year – Amar Ujala Hindi News Live

माइक्रो ग्राफ्टिड स्टोन फ्रूट प्लांट
– फोटो : संवाद
विस्तार
उद्यान विभाग इस वर्ष पहली बार बागवानों को माइक्रो ग्राफ्टिड स्टोन फ्रूट के पौधे वितरित करेगा। इसमें नेक्टेरिन, प्लम, आड़ू और बादाम के पौधे शामिल हैं। उद्यान विभाग की ओर से दो वर्ष पहले यूएसए से स्टोन फ्रूट के करीब 50,000 माइक्रो ग्रास्टिड प्लांट लाए गए थे। इन्हें सिरमौर, शिमला के दत्तनगर और नौणी में क्वारंटीन करके रखा गया था। इस वर्ष यह पौधे बागवानों को वितरित किए जाएंगे। यह पौधे तीन से चार सालों में फल देना शुरू कर देते हैं। अन्य पौधे सात से आठ साल में फल देना शुरू करते हैं।
विभाग के पास कुछ पौधे ऐसे माइक्रो ग्राफ्टिड प्लांट भी हैं, जिन्होंने इस वर्ष भी नर्सरी में ही सैंपल दे दिए थे। नौणी की नर्सरी में रखे आड़ू के कुछ पौधों में इसी वर्ष से फल लगना शुरू हो गए हैं। उद्यान विभाग ने इसके दाम तय कर लिए हैं, लेकिन अंतिम मंजूरी के लिए फाइल सरकार को भेजी है। विभाग की ओर से सभी विकास खंडों से सर्दियों में लगने वाले पौधों की डिमांड मांग ली गई है। बारिश होते ही पौधे वितरित करने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। विभाग के अनुसार 10 दिसंबर के बाद पौधों के वितरण की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।

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