
आधार कार्ड में सुधार के लिए परेशान छात्र
– फोटो : अमर उजाला
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जिले के तेंदूखेड़ा में सैकड़ों आवेदक इस समय आधार कार्ड में अपनी जन्म तिथि और पता सुधरवाने परेशान हैं। समस्या यह है कि इनका सुधार 80 किमी दूर दमोह से होगा, क्योंकि तेंदूखेड़ा में सिर्फ नए आधार कार्ड बन रहे हैं। जहां इनका आधार कार्ड 50 रूपये में सुधर जायेगा, लेकिन दमोह जाने में 300 रुपए तक का खर्च आएगा।
शासन ने सभी योजनाओं को आधार कार्ड से जोड़ दिया है, लेकिन तेंदूखेड़ा ब्लाक में सैकड़ों आधारकार्ड धारी ऐसे हैं, जिनके आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज की जानकारी एक जैसी नहीं है। ऐसी स्तिथि में जब सबंधित विभाग को दस्तावेजों और आधार कार्ड में एक जैसी जानकारी नहीं मिलती तो वह अधिकारी या कर्मचारी उस आवेदक को आधार कार्ड में सुधार के लिए भेजता है, लेकिन जब आवेदक आधार कार्ड सेंटर पर जाता है तो उसको पता चलता है कि वहां उसका सुधार नहीं होगा, बल्कि जिले में होगा। तेंदूखेड़ा नगर वर्तमान में आधार कार्ड का कार्य पोस्ट ऑफिस और महिला बाल विकास कार्यालय में हो रहा है। यहां दूरदराज से लोग आधार कार्ड में सुधार कराने आ रहे है, लेकिन पोस्ट आफिस में सुधार नहीं हो पा रहा।
छात्र हो रहे परेशान
तेंदूखेड़ा पोस्ट आफिस में अभी केवल नए आधार कार्ड बन रहे है। फोटो बदल रही है, लेकिन जन्मतिथी और पता अपडेट का कार्य बंद है यह समस्या काफी लोगों की बनी है, लेकिन सबसे ज्यादा परेशान स्कूली छात्र हो रहे है। जिनके आधार कार्ड में जन्मतिथी और पता गलत लिखा है और उसमें सुधार नहीं हो पा रहा है। दूर दराज के लोग तेंदूखेड़ा आ रहे है, लेकिन यहां जन्मतिथि और पता अपडेट सिस्टम नहीं ले रहा इसके लिए जिले जाना होगा।
नाती के लिए भटक रहा बुजुर्ग
ग्रामीण क्षेत्रों से प्रतिदिन आधार कार्ड में जन्म तिथि और पता गलत होने के कारण उसमें सुधार कराने छात्र अपने परिजनों के साथ आ रहे है। कक्षा नौवीं के छात्र विकास पिता गंगाराम अहिवाल की अंक सूची और आधार कार्ड में अंतर है। वह अपने बुजुर्ग दादा के साथ कई दिनों से आधार कार्ड में जन्मतिथि सुधार के लिए आ रहा है, लेकिन उसके आधार कार्ड में सुधार नहीं हो पा रहा है। पोस्ट ऑफिस वाले कह रहे है यह कार्य जिले से होगा।
छात्र के साथ आये बुजुर्ग दयालु अहिरवार ने बताया विकास उसका नाती है पिता की मौत हो गई है, अब विकास मेरी देखरेख में पढ़ाई कर रहा है। मैं अशिक्षित हूं, उसकी अंकसूची में जो जन्मतिथि है, वह आधार कार्य में सही लिखवाने के लिए तेंदूखेड़ा आता हूं, लेकिन सुधार नहीं हो पा रहा है।
कई स्कूल में बनी समस्या
विकास अहिरवार ने बताया कि उसकी अंकसूची में जन्मतिथि 13 मार्च 2010 लिखी है, जबकि आधार कार्ड में एक जनवरी 2009 लिखी है। स्कूल में छात्रवृत्ति के फार्म भरे जा रहे है। इसलिए आधारकार्ड में जन्मतिथि में सुधार करवाना है जो नहीं हो पा रहा है। तेंदुखेडा के आधार बनाने वाले जिले से सुधार होने की बात कह रहे है।
स्कूलों से जानकारी ली तो शिक्षकों ने बताया यह समस्या कई स्कूलों में बनी है। तेंदूखेड़ा में उप डाकघर प्रभारी राजेश खरे से बात की तो उनका कहना है कि आधार कार्ड में जन्मतिथि और पता अपडेट का कार्य नहीं हो पा रहा है। इसके लिए मैंने उच्च अधिकारियों को पत्राचार भी किया है, लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ है। जिला ई- गवर्नेंस प्रबंधक महेश अग्रवाल का कहना है शीघ्र आधार कार्ड समस्याओं के निराकरण के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में शिविर लगाए जाएंगे।

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