प्रदर्शन के दौरान नरेन्द्रसिंह पाल, रेवाशंकर रावल, विक्रमसिंह सोलंकी, हरीश दवे, प्रवीणसिंह सिंदल और जब्बरसिंह चौहान सहित अन्य वक्ताओं ने कहा कि यह हमला न सिर्फ अमानवीय है, बल्कि देश की एकता और अखंडता पर सीधा प्रहार है। वक्ताओं ने आरोप लगाया कि पर्यटकों की पहचान धर्म के आधार पर कर उन्हें गोली मारी गई, जो कायरता की पराकाष्ठा है।
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सर्व हिंदू समाज ने इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए केंद्र सरकार से इस हमले का माकूल जवाब देने की मांग की। वक्ताओं ने कहा कि पूरे देश को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विश्वास है कि वे इस हमले का उचित बदला लेंगे। साथ ही, उन्होंने सभी राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों से आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की अपील की।
दिवंगतों को श्रद्धांजलि, झंडा जलाकर विरोध
प्रदर्शन से पहले सर्व हिंदू समाज की ओर से कैंडल जलाकर मृतकों को श्रद्धांजलि दी गई और दो मिनट का मौन रखा गया। साथ ही घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की गई। इसके बाद पाकिस्तान का झंडा जलाकर आतंकवाद के खिलाफ कड़ा विरोध दर्ज कराया गया।
