Preparations Are Being Made To Make More Than 50% Admissions Where More Seats Are Vacant – Delhi News
दो से तीन दिन में अंतिम निर्णय होगा, कहां कितनी सीट की जाएं आवंटित
अमर उजाला ब्यूरो
नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय के शैक्षणिक सत्र 2024-25 में स्नातक प्रोग्राम की 71 हजार से अधिक सीटों को भरने के लिए ऐसे कॉलेजों में ज्यादा दाखिले करने की तैयारी की जा रही है, जहां दाखिले कम होते हैं। यह ऐसे कॉलेज हैं, जहां बीते दो-तीन सालों में ज्यादा सीटें खाली रह गई हैं। प्रशासन की तैयारी इन कॉलेजों में 50 फीसदी से अधिक दाखिले करने की है। हालांकि इस पर अभी चर्चा की जा रही है कि कहां (कॉलेज) में कितनी सीटें दी जाएं। दो से तीन दिन में इस पर फैसला होने की उम्मीद है।
डीयू सीटों को खाली रहने की स्थिति से बचने के लिए शुरुआत में ही ज्यादा से ज्यादा दाखिले करने की तैयारी कर रहा है। डीयू के सामने यह बात आई है कि कुछ कॉलेजों में सीटें खाली रह जाती हैं और अंत तक भर नहीं पातीं। दो साल से कॉलेजों में पहले राउंड में सामान्य, ओबीसी और ईडब्ल्यूएस सीटों के लिए 20 फीसदी अतिरिक्त और एससी-एसटी सीटों के लिए 30 फीसदी ज्यादा सीटों पर दाखिले होते हैं, लेकिन फिर भी सीटें खाली रह रही हैं, वह भी कुछ खास कॉलेज के कोर्स हैं।
दाखिला प्रक्रिया देरी से शुरू होने के कारण कई छात्र दूसरे विश्वविद्यालयों का कर लेते हैं रुख
दरअसल सीटें खाली इसलिए भी रह रही हैं कि देरी से दाखिला प्रक्रिया शुरू होने के कारण कई छात्र दूसरे विश्वविद्यालयों का रुख कर लेते हैं। वहीं छात्रों को जो सीट आवंटित होती है वह कॉलेज उनके घर से दूर होता है और वह सीट स्वीकार नहीं करते। ऐसे में डीयू प्रशासन ऐसे कॉलेजों में जहां ज्यादा सीटें खाली रह जाती हैं वहां 50 फीसदी से अधिक दाखिले करने की संभावनाओं को तलाश रहा है। इसके लिए कॉलेजों के बीते सालों की दाखिला संख्या को भी देखा जाएगा। माना जा रहा है कि ऐसे कॉलेज 9-10 ही होते हैं। दाखिला डीन प्रो हनीत गांधी ने बताया कि अभी इस पर कुछ भी फाइनल नहीं हुआ है, केवल चर्चा की जा रही है। जहां पर हमें लगेगा कि कॉलेज या कोर्स में कम दाखिले हो रहे हैं वहां ज्यादा सीटें आवंटित करेंगे। इस पर दो से तीन दिन में कुछ फैसला होने की संभावना है।

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