
विधायक अजय सोलंकी।
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कांग्रेस विधायक अजय सोलंकी की शिकायत पर जांच को तेज करने की तैयारी शुरू हो गई है। भाजपा के नौ विधायकों का विधानसभा सदन में अध्यक्ष के आसन तक पहुंचने के इस मामले की मुख्य संसदीय सचिवों को पद से हटाने के बाद चर्चा गर्माने लगी है। गुरुवार को सियासी गलियारों में चर्चा रही कि विधानसभा अध्यक्ष के विदेश से लौटने के बाद इस मामले में जांच प्रक्रिया को तेज करने के लिए कांग्रेस की ओर से आवेदन किया जाएगा।
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नौ भाजपा विधायकों ऊना से सतपाल सत्ती, नाचन से विनोद कुमार, चुराह से हंसराज, बंजार से सुरेंद्र शौरी, सुलह से विपिन परमार, बिलासपुर से त्रिलोक जम्वाल, बल्ह से इंद्र सिंह गांधी, आनी से लोकेंद्र कुमार और करसोग से दीपराज के खिलाफ कांग्रेस विधायक ने शिकायत दी हुई है। शिकायत में आरोप लगाया है कि बजट सत्र के दौरान इन भाजपा विधायकों ने सदन के अंदर और अध्यक्ष के कक्ष में भी हंगामा किया था। विधानसभा कर्मचारियों से महत्वपूर्ण कागजात छीने और उन्हें सदन में फाड़ा।
जब आंदोलनकारी विधायकों को सदन से बाहर निकालने का आदेश जारी किया गया तो उन्होंने मार्शलों के साथ धक्का-मुक्की भी की। कांग्रेस विधायक ने कहा कि इस पूरे प्रकरण की वीडियो क्लिपिंग विधानसभा रिकॉर्ड में भी उपलब्ध है और विधायकों का व्यवहार अक्षम्य है। बीते कुछ समय से यह मामला शांत चल रहा था। अब कांग्रेस के छह मुख्य संसदीय सचिवों को हटाने के बाद बजट सत्र के दौरान हुए इस घटनाक्रम को लेकर जांच तेज होने के कयास लगाए जा रहे हैं।

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