Rajasthan Politics Dausa Mp Murarilal Meena Gave Befitting Reply To Deputy Cm Diya Kumari – Amar Ujala Hindi News Live

डिप्टी सीएम दीया कुमारी और सांसद मुरारीलाल मीणा
– फोटो : अमर उजाला
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राजनीति के रंग शायद एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप के बिना अधूरे रह जाते हैं। इसीलिए तो नेता लोग मीडिया की सुर्खियां बने रहते हैं। अब बीते कल का दौसा का वाकया देख लीजिए, जहां राजस्थान की उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी ने कांग्रेस के पिछले पांच साल सरकार के दौरान किसी भी तरह का कोई कामकाज नहीं करने का आरोप लगाते हुए कहा, कांग्रेस सरकार यदि राजस्थान में ड्रेनेज सिस्टम पर काम करती तो भारी बरसात के कारण राजस्थान की यह हालत नहीं होती।
उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने न तो लोगों को रोजगार दिया और न ही ड्रेनेज सिस्टम पर काम किया। यही कारण है कि राजस्थान में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए। उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी ने तो यहां तक भी कहा कि पिछले दिनों जब मैं जोधपुर में थी तो मैं वहां के हालात भी ठीक नहीं देखे, जबकि वह तो अशोक गहलोत पूर्व मुख्यमंत्री का गृह क्षेत्र है।
उधर, उप मुख्यमंत्री के कांग्रेस सरकार पर बोले हमले पर जवाब देते हुए दौसा सांसद मुरारीलाल ने कहा कि बीजेपी को किसी को आरोपित करने के बजाए यह सोचना चाहिए कि हमें करना क्या है। और यह सब को पता है कि किसने क्या किया है। एक सवाल के जवाब में बोलते हुए सांसद मुरारीलाल ने कहा कि जैसा हम सबको पता है कि जिन लोगों ने आजादी के समय एक उंगली तक नहीं कटाई, वह लोग आज देशभक्त बने बैठे हैं। जिन्होंने कभी तिरंगे का सम्मान नहीं किया, वह आज तिरंगा फहरा रहे हैं, जिन लोगों ने संविधान निर्माता बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के संविधान को 30 साल तक भी नहीं माना, वो आज संविधान के भक्त बन रहे हैं। इसलिए जनता सब जानती है कि कौन किस बहाने से काम कर रहा है।
हाल ही में लोकसभा चुनाव के दौरान जनता ने उन लोगों को जवाब दिया है और आने वाले समय में देश की जनता उन्हें 5-6 साल में जवाब दे देगी। हालांकि, राजस्थान में कुछ ही दिनों के भीतर विधानसभा के उपचुनाव होने हैं। हो सकता है इसी के चलते आरोप प्रत्यारोपों का सिलसिला काफी आगे निकल जाए। लेकिन इन सब के बीच में जनता को सुविधा मिले, वह सारे काम लगातार होते रहने चाहिए। रही बात आने वाले समय में उपचुनाव की तो यह सब जनता को तय करना है कि किसे विधानसभा भेजना है और किसे नहीं।

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