भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने देशभर के किसानों के लिए खुश होने वाली खबर दी है। आरबीआई ने अपने अप्रैल के बुलेटिन में कहा है कि इस साल मानसून के सामान्य से बेहतर रहने के अनुमान से कृषि क्षेत्र की स्थिति बेहतर रहने की उम्मीद है। इससे कृषि आय में वृद्धि हो सकती है। यानी किसानों की आय बढ़ेगी। साथ ही खाद्य कीमतों को काबू में रखने में मदद मिल सकती है। बुलेटिन में ‘अर्थव्यवस्था की स्थिति’ पर एक लेख में कहा गया है कि वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच उपभोग और निवेश जैसे वृद्धि के घरेलू इंजन मजबूत बने हुए हैं और ये बाहरी प्रतिकूल परिस्थितियों से अपेक्षाकृत कम प्रभावित हैं। इसमें कहा गया है, ‘‘सूझबूझ के साथ नीति समर्थन भारत को वैश्विक अस्थिरता को अवसर में बदलने और उभरते विश्व आर्थिक परिदृश्य में अपनी स्थिति मजबूत करने में मदद कर सकता है।’’
ट्रेड वॉर से चिंता बढ़ी
बुलेटिन में यह भी उल्लेख किया गया है कि व्यापार और शुल्क संबंधी दबावों में वृद्धि तथा इसके चलते वित्तीय बाजारों में आई अस्थिरता ने निकट भविष्य में वैश्विक आर्थिक मंदी को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं। इसमें कहा गया है, “हालांकि वैश्विक मांग में कमी के चलते भारत की आर्थिक वृद्धि पर असर पड़ सकता है, लेकिन घरेलू खपत और निवेश जैसे विकास के प्रमुख इंजन अभी भी मजबूत हैं और ये बाहरी चुनौतियों से अपेक्षाकृत कम प्रभावित होते हैं।” इसके साथ ही, इस वर्ष सामान्य से बेहतर दक्षिण-पश्चिम मानसून के अनुमान से कृषि क्षेत्र की संभावनाएं उज्ज्वल हुई हैं। इससे खेती की आय में बढ़ोतरी हो सकती है और खाद्य महंगाई को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है।
भारत को होगा फायदा
बुलेटिन के अनुसार, भारत अब विभिन्न देशों के साथ व्यापारिक संबंधों को मजबूती देकर, सप्लाई चेन को बेहतर करने, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) के स्रोतों में विविधता लाने और वैश्विक निवेशकों से बेहतर जुड़ाव के जरिए लाभ उठाने के लिए तैयार है। हालांकि, रिजर्व बैंक ने स्पष्ट किया है कि बुलेटिन में व्यक्त विचार लेखकों के निजी हैं और ये भारतीय रिजर्व बैंक के आधिकारिक मत नहीं हैं।
