Sarva Pitru Amavasya Shradh today know kutup kaal and know Amavasya par kya karen Sarva Pitru Amavasya 2024 :आज सर्व पितृ अमावस्या पर करें पितरों का श्राद्ध और विसर्जन, कैसे विदा करें, एस्ट्रोलॉजी न्यूज़
आज सर्व पितृ अमावस्या है। इसे पितृविसर्जनी अमावस्या भी कहते हैं, जैसा नाम से पता चलता है कि इस दिन पितरों को विदा किया जाता है। ग्रहों की स्थिति आज देखें तो आज आज उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र एवं ब्रह्म योग व कन्या राशि के चंद्रमा की उपस्थिति है।
आज सर्व पितृ अमावस्या है। इसे पितृविसर्जनी अमावस्या भी कहते हैं, जैसा नाम से पता चलता है कि इस दिन पितरों को विदा किया जाता है। ग्रहों की स्थिति आज देखें तो आज आज उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र एवं ब्रह्म योग व कन्या राशि के चंद्रमा की उपस्थिति है। आज के दिन कन्या राशि में चार ग्रह, सूर्य, बुध, चंद्र व केतु रहेंगे। सूर्य, चंद्र, बुध की युति अपने आप में बहुत अच्छी मानी जाती हैै। अगर किसी वजह से आप इस पूरे पितृपक्ष में अपने पितरों का तर्पण नहीं कर पाए हैं, तो आप इस दिन अपने सभी भूले बिसरे पितृों का तर्पण और श्राद्ध कर सकते हैं। कहा जाता है कि पितृ दोषों से मुक्ति के लिए इस दिन पूजन की मान्यता पुराणों में दर्शाई गई है। अमावस्या आज यानि बुधवार दो अक्तूबर को है।
कहा जाता है कि जो इस दिन पितरों का श्राद्ध करता है, उसे नीच ग्रह भी अपना कुप्रभाव छोड़कर मनोवांछित फल देने लगते हैं। इस दिन सुबह उठकर स्नान कर पितरों को जल दें, किसी ब्राह्मण को भोजन कराएं और पांच जगह भोजन निकालें। इसके बाद पितरों के निमित्त श्राद्ध कर्म करें। ब्राह्मण को भोजन कराकर दान और दक्षिणा दें। अगर कुछ करने योग्य नहीं है, तो गाय को पितरों के नाम का चारा खिला दें। पितृपक्ष में पितरों को तर्पण एवं उन्हें अर्घ्य, पिण्डदान देने से पितृदोष से मुक्ति पायी जा सकती है। लेकिन अगर पितरों को इस दिन कुछ नहीं मिलता तो वे तृप्त नहीं होते हैं और पितृदोष लगता है। शाम के समय अपने पितरों को विदा करने के लिए किसी नदी के पास जाकर पितरो के नाम कादीपक जलाना चाहिए। इससे भी पितर प्रसन्न होते हैं और वापस स्वर्गलोग जाते हैं।
क्या है पितृदोष
पितृदोष के रूप में अकालमृत्यु होना, भाग्योदय न होना, विवाह में देरी,सन्तान न होना, खून की कमी, अनेकानेक बाधाओं का सामना करना पड़ता है।
इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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