Shardiya Navratri 2nd Day 2024 Second day of Navratri puja vidhi of Maa Brahmacharini muhurat time mantra bhog Navratri 2nd Day: कल इस मुहूर्त में करें मां ब्रह्मचारिणी की पूजा, जानें पूजाविधि, मंत्र व भोग, एस्ट्रोलॉजी न्यूज़
Navratri 2nd Day, Maa Brahmacharini: शारदीय नवरात्रि का दूसरा दिन माता ब्रह्मचारिणी को समर्पित है। मां ब्रह्मचारिणी ध्यान, ज्ञान व वैराग्य की अधिष्ठात्री देवी हैं। इस दिन पूरे विधि- विधान से माता ब्रह्मचारिणी की पूजा-उपासना करने से परिवार में सुख समृद्धि बनी रहती है। मां ब्रह्मचारिणी का उद्भव ब्रह्मा जी के कमंडल से माना जाता है, इसीलिए इनका नाम ब्रह्मचारिणी पड़ा। आइए जानते हैं माता ब्रह्मचारिणी की पूजा का उत्तम मुहूर्त, विधि, पसंदीदा रंग, फूल, और भोग के बारे में-
मां ब्रह्मचारिणी का पसंदीदा रंग- सफेद
मां ब्रह्मचारिणी का पसंदीदा फूल- सफेद फूल
मां ब्रह्मचारिणी का पसंदीदा भोग- फल, सफेद मिठाई, मिश्री, खीर
शारदीय नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है। विधि-विधान से मां की आराधना कर ज्ञान-ध्यान के साथ वैराग्य की प्राप्ति होती है। मां ब्रह्मचारिणी सरल स्वभाव वाली व दुष्टों को मार्ग दिखाने वाली हैं। मां ब्रह्मचारिणी के हवन में सामग्री के साथ धूप, कपूर, लौंग, सूखे मेवा, मिश्री-मिष्ठान, देसी घी के साथ आहुति देकर पूजन किया जाता है।
मां ब्रह्मचारिणी पूजा-विधि: सुबह उठकर स्नान करें और मंदिर साफ करें। दुर्गा माता का गंगाजल से अभिषेक करें। मैया को अक्षत, लाल चंदन, चुनरी और लाल पुष्प अर्पित करें। सभी देवी-देवताओं का जलाभिषेक कर फल, फूल और तिलक लगाएं। प्रसाद के रूप में फल और मिठाई चढ़ाएं। घर के मंदिर में धूपबत्ती और घी का दीपक जलाएं। दुर्गा सप्तशती और दुर्गा चालीसा का पाठ करें। पान के पत्ते पर कपूर और लौंग रख माता ब्रह्मचारिणी की आरती करें। अंत में क्षमा प्रार्थना करें। मान्यताओ के अनुसार, भगवती ब्रह्मचारिणी की पूजा करने से भगवान शिव भी प्रसन्न होते हैं।
ब्रह्मचारिणी मां का मंत्र
या देवी सर्वभूतेषु मां ब्रह्मचारिणी रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः
ह्रीं श्री अम्बिकायै नम:
दधाना काभ्याम् क्षमा कमण्डलू। देवी प्रसीदतु मयि ब्रह्मचारिण्यनुत्तमा
कल इस मुहूर्त में करें मां ब्रह्मचारिणी की पूजा
ब्रह्म मुहूर्त- 04:38 ए एम से 05:27 ए एम
प्रातः सन्ध्या- 05:03 ए एम से 06:16 ए एम
अभिजित मुहूर्त- 11:46 ए एमसे 12:33 पी एम
विजय मुहूर्त- 02:07 पी एम से 02:55 पी एम
गोधूलि मुहूर्त- 06:03 पी एम से 06:28 पी एम
सायाह्न सन्ध्या- 06:03 पी एम से 07:17 पी एम
अमृत काल- 11:24 ए एम से 01:13 पी एम
निशिता मुहूर्त- 11:45 पी एम से 00:34, अक्टूबर 05
नवरात्रि के दूसरे दिन के शुभ चौघड़िया मुहूर्त
शुभ – 06:15 ए एम से 07:44 ए एम
लाभ – 12:10 पी एमसे 01:38 पी एम
अमृत – 01:38 पी एम से 03:07 पी एम
अमृत – 06:04 पी एम से 07:36 पी एम
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

Comments are closed.