शेयर बाजार में जारी गिरावट ने म्यूचुअल फंड निवेशकों का मूड खराब कर दिया है। एक समय सबसे पसंदीदा निवेश माध्यम बनकर उभरा SIP अब बहुत तेजी से अपनी चमक खोता जा रहा है। ऐसा लग रहा है कि SIP से निवेशकों का मोहभंग हो रहा है। एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फ़ंड्स इन इंडिया (AMFI) के ताजा आंकड़ों से पता चलता है कि जनवरी, 2025 में 61.33 लाख सिप अकाउंट बंद कर दिए गए। वहीं, इस दौरान 56.19 लाख नए SIP पंजीकृत किए गए। इस तरह नए शुरू किए गए SIP की तुलना में ज्यादा SIP बंद किए गए। वैसे यह पहला महीना नहीं है, जब सिप बंद करने वालों की तदाद बढ़ी है। पिछले कई महीनों से सिप अकाउंट बंद करने वाले तेजी से बढ़ रहे हैं।
क्यों तेजी से बंद हो रहे हैं सिप अकाउंट
मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि निवेशक अपने निवेश के मूल्य में भारी गिरावट को लेकर चिंतित हैं। शेयर बाजार में लगातार गिरावट के कारण खुदरा निवेशक अब चिंतित हैं। आम निवेशकों के लिए अपने पोर्टफोलियो को रोजाना गिरते देखना बहुत मुश्किल है। इससे इक्विटी एसेट क्लास में उनका भरोसा डगमगा गया है, जबकि सोना और डेट जैसे दूसरे एसेट क्लास लगातार और बेहतर रिटर्न दे रहे हैं। इसलिए बहुत सारे निवेशक सिप अकाउंट बंद कर पैसा निकाल रहे हैं। उन्हें लग रहा है कि अगर अकाउंट बंद नहीं किया तो जो रिटर्न पिछले 4 से 5 साल में मिला है, वह भी खत्म हो जाएगा।
कोरोना के बाद तेजी से बढ़े थे निवेशक
कोराना महामारी के बाद शेयर बाजार में नए निवेशक तेजी से आए थे। कोराना के बाद बाजार में एकतरफा तेजी रही, जिससे निवेशकों को बंपर रिटर्न मिला। अब लगातार बाजार गिर रहा है। इस तरह की गिरावट नए निवेशकों ने कभी देखा नहीं है। इसलिए वो डर से अपना पैसा बाजार से निकाल रहे हैं। हालांकि, लंबी अवधि के निवेशकों को चिंता करने की जरूरत है। बाजार में गिरावट के दौरान अधिक यूनिट प्राप्त करने के लिए अपने एसआईपी को जारी रखने का यह सबसे अच्छा समय है। इससे बाजार में तेजी आने पर पोर्टफोलियो मूल्य बढ़ाने में मदद मिलेगी।

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