Siyaram Baba: 69 Years Ago, Siyaram Baba Had Come To Bhatyan Village Of Nimar, Used To Eat Food From Five Hous – Amar Ujala Hindi News Live

सियाराम बाबा
– फोटो : amar ujala
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निमाड़ के प्रसिद्ध संत सियाराम बाबा ने बुधवार सुबह छह बजे देह त्याग दी। बाबा के अनुयायी निमाड़ और आदिवासी अंचल में बड़ी संख्या में है। उनकी उम्र को लेकर अलग-अलग कयास लगाए जाते रहे है। कोई 100 साल बताता है तो कोई 115 साल, लेकिन भट्यान गांव के बुर्जुग बताते है कि वर्ष 1955 में बाबा भट्यान गांव आए तब वे युवा थे और उनकी उम्र 25 से 30 साल रही होगी। 69 सालों से वे गांव में रहे। वे गांव छोड़कर कही नहीं जाते थे।
वे संभवत: दूसरे संतों के साथ नर्मदा परिक्रमा के लिए आए थे और नर्मदा किनारे का यह गांव उन्हें पसंद आया और फिर यहां एक कुटियां बनाकर रहने लगे। उनके लिख पांच घरों से खाना आता था और वे उस भोजन को एक पात्र में मिलाते थे और उसे चूरकर खाते थे। सुबह उठाकर भगवान का राम जपना, फिर नर्मदा नदी में जाकर स्नान करना उनकी दिनचर्या का हिस्सा था।
दिनभर वे आश्रम में रामचरित मानस पढ़ते थे। शाम को भक्तों के साथ भजन भी गाते थे। बाबा ने वर्षों तक मौन धारण किया था और एक पैर पर खड़े रहकर तपस्या भी करते थे।

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