Sop Made For Survey And Digital Record Of Forest Land Uttarakhand News In Hindi – Amar Ujala Hindi News Live

बैठक (फाइल फोटो)
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
वन विभाग की भूमि का रिकॉर्ड और ब्यौरा डिजिटल तौर पर भी तैयार करने की कवायद आगे बढ़ी है। वन मुख्यालय ने वन भूमि का डिफरेंशियल ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम आधारित सर्वे की एसओपी तैयार की ली है, जिसे अनुमोदन के लिए शासन में भेजा है। अनुमोदन के बाद राजस्व विभाग के साथ वन विभाग का सर्वे शुरू होगा।
प्रदेश में करीब 70 प्रतिशत से अधिक वन भूमि है। ब्रिटिशकाल से ही वन भूमि प्रबंधन और सीमा बताने की व्यवस्था रही है। इसमें वन भूमि का नोटिफिकेशन घोषित होने के बाद उसकी स्पष्ट तौर पर पूरे ब्यौरे के साथ सीमा क्षेत्र का उल्लेख होता है। इसके अलावा वन महकमा सीमांकन पिलर भी लगाता है। इस सीमांकन पिलर की रिपोर्टिंग करना भी वन विभाग के काम का हिस्सा होता है।
इस व्यवस्था के बाद भी कई बार राजस्व विभाग के साथ भूमि स्वामित्व को लेकर गतिरोध उत्पन्न होता है। ऐसे में स्पष्ट सीमांकन के लिए आधुनिक और अधिक बेहतर डीजीपीएस आधारित सर्वे करने की योजना बनाई गई। इसमें वन विभाग, राजस्व विभाग और भारत सरकार का उपक्रम आईटीआई लिमिटेड मिलकर काम करेंगे। यह काम कैसे शुरू होगा? इसको लेकर एसओपी तैयार की जानी थी। अब यह तैयार हो गई है।

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