टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा कि जैसे-जैसे आईटी सर्विसेज ऑटोनोमस ऑपरेशंस की ओर बढ़ रही हैं, टीसीएस का टार्गेट मनुष्यों के साथ काम करने वाले एआई एजेंटों का एक बड़ा समूह तैयार करना है। टीसीएस की वार्षिक रिपोर्ट में शेयरधारकों को लिखे एक पत्र में उन्होंने कहा, “जेन एआई सिर्फ एक और तकनीकी चक्र नहीं है, यह एक सभ्यतागत बदलाव है। रास्ता स्पष्ट है: आईटी और बिजनेस सर्विसेज ऑटोनोमस ऑपरेशंस की ओर बढ़ रही हैं। ऑटोनोमस रोबोट और एआई एजेंटों का उदय ‘डार्क फैक्ट्री’ और एआई-सहायता प्राप्त उद्यम कार्यों के भविष्य का वादा करता है।”
टीसीएस इन 4 प्लान्स पर कर रही काम
चंद्रशेखरन ने कहा कि टीसीएस चार प्लान्स पर काम कर है- हमारी ह्यूमन वर्कफोर्स के साथ काम करने वाले एआई एजेंटों का एक बड़ा समूह स्थापित करना, मानव+एआई मॉडल के माध्यम से सोल्यूशन प्रदान करना, एआई डेटा सेंटर्स और क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश करना, साथ ही साझेदारी करना। उन्होंने कहा कि आज अधिकतर ग्लोबल बिजनेसेज लागत कम करना चाहते हैं। उन्होंने आगे कहा, “इस पुनर्कल्पना में सप्लाई चेन्स में एंड-टू-एंड पता लगाने की क्षमता डिजाइन करना, लचीलापन बनाने के लिए सोर्सिंग रणनीतियों का विविधीकरण और डी-सेंट्रलाइज्ड मार्केट को सर्व करने के लिए रीजन स्पेसिफिक इकोसिस्टम शामिल हैं।”
नए बेंचमार्क स्थापित करने को तैयार है कंपनी
वित्त वर्ष 2025 में टीसीएस ने 30 अरब डॉलर के राजस्व और 20 अरब डॉलर के ब्रांड वैल्यू के बड़े आंकड़े पार किए हैं। टीसीएस के एमडी और सीईओ के कृतिवासन ने कहा कि कंपनी नई तकनीकों और व्यापार मॉडल की खोज पर ध्यान केंद्रित करेगी और आईटी सर्विस इंडस्ट्री में नए बेंचमार्क स्थापित करने के लिए तैयार है।
