Tehri Disaster: Homes Destroyed After Landslide People Cried In Relief Centres Painful Photos – Amar Ujala Hindi News Live
उसके तीन घंटे बाद ही गांव के ऊपर भूधंसाव होने से करीब 15 मकान जमीजोद हो गए। मौत के मुंह से बच निकले ग्रामीणों ने जिला प्रशासन का आभार जताया। वहीं, अपने घरों को उजड़ते देख पीड़ितों के चेहरे पर दर्द साफ दिखाई दे रहा है, कई लोग अपने रिश्तेदारों से मिलकर फफक-फफक कर रो पड़े।
उन्होंने तोली में हुए नुकसान का जायजा लिया। उसके बाद वह तिनगढ़ गांव पहुंचे। वहां गांव के पास में ही उच्च प्राथमिक स्कूल भिगुन में भी मलबा घुस गया था। गांव का मुआयना करने के बाद खतरे को देखते हुए जिलाधिकारी ने करीब 12 बजे के दौरान गांव खाली करवाकर इंटर कालेज में शिफ्ट करा दिया। उसके कुछ देर बाद ही अपराह्न करीब तीन बजे तिनगढ़ गांव के ऊपर से भूस्खलन शुरू हो गया।
गांव के 12 से 15 आवासीय मकान करीब सौ मीटर ऊपर से आए मलबे की चपेट में आकर दब गए। ग्रामीणों ने कहा कि समय रहते मकान खाली नहीं कराए गए होते तो बड़ी जनहानी हो सकती थी। उन्होंने प्रशासनिक टीम का आभार जताया है। एसडीएम अपूर्वा सिंह ने कहा कि भूस्खलन होने तिनगढ़ में करीब 15 मकान मलबे में दब गए हैं।
बारिश से अब भी खतरा बना हुआ है। गांव के सभी घर खाली करा दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि गांव के कई लोग अपने रिश्तेदारी में गए हैं, जबकि 51 लोग राहत शिविर में रह रहे हैं। नुकसान की रिपोर्ट तैयार की जा रही है। तोली गांव के आपदा प्रभावित वीरेंद्र शाह को फौरी राहत के रूप में नौ लाख 35 हजार रुपये का चेक प्रदान किया गया है।

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