Train Runs On Elevated Track In Kurukshetra, People Beam With Joy After Watching Trial – Haryana News

ट्रायल से पहले एलिवेटेड ट्रैक पर पूजा करते रेलवे अधिकारी।
– फोटो : संवाद
विस्तार
कुरुक्षेत्र के ड्रीम प्रोजेक्ट एलिवेटेड रेलवे ट्रैक पर मंगलवार को ट्रेन चलाई गई, जिसके साथ ही ट्रैक का ट्रायल भी किया गया। इस ट्रैक पर पहली बार ट्रेन दिखाई दी तो शहर के लोगों के चेहरे खिल उठे। अब अगले करीब एक माह में न केवल इस ट्रैक पर ट्रेनों का संचालन सामान्य हो जाएगा बल्कि रेलवे लाइन की वजह से दो हिस्सों में बंटा शहर भी एक होगा। इससे जहां लोगों को पांच फाटकों व इन पर लगने वाले जाम से भी निजात मिल जाएगी।
करीब 245 करोड़ के इस प्रोजेक्ट पर ट्रेन चलाने से पहले ट्रैक व इंजन की पूजा की गई। रेलवे लाइन के बीच में ही पंडित जय किशन पराशर द्वारा विधि विधान से रेलवे व प्रोजेक्ट से जुड़े अधिकारियों की ओर से पूजा कराई गई, जिसके साथ ही भारत माता के जयकारे गूंजने लगे। इसके साथ ही मिठाई भी बांटी गई। ट्रैक पर चलाई गई ट्रेन कोई पैसेंजर नहीं बल्कि रेलवे लाइन से ही लोडिड थी।
अभी तक पुरानी पटरियां ही यहां बिछाई गई है लेकिन अब नई पटरियां इस ट्रेन के जरिए उतारी गई, जो सभी पुलों पर बिछाई जाएंगी। इस कार्य में करीब एक माह का समय लगेगा, जिसके बाद ट्रेनों की आवाजाही यहां शुरू हो जाएगी। इनके सुचारू होते ही पुरानी रेल लाइन को बंद कर दिया जाएगा। एलिवेटेड ट्रैक के ट्रायल के दौरान स्टेशन अधीक्षक शंकर लाल मीणा, हरियाणा रेल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कार्पोरेशन की ओर से अमरजीत सिंह, जेपी लाल, इंजीनियर डी पाटिल सहित कई अन्य अधिकारी व सैकड़ों कर्मी मौजूद रहे।
अगले एक माह में ट्रेनों का सुचारू संचालन करने का लक्ष्य : मीणा
स्टेशन अधीक्षक शंकर लाल मीणा व अन्य अधिकारियों ने मौके पर ही बताया कि प्रोजेक्ट का कार्य पूरा हो चुका है। अब कुछ बाकी तैयारी करते हुए अगले एक माह तक यहां से ट्रेनों का सामान्य संचालन किए जाने का लक्ष्य तय किया गया है। यहां से ट्रेन जाने लगेंगी तो लोगों को पांचों फाटकों से मुक्ति मिल जाएगी। उनका न केवल समय बचेगा बल्कि जाम व प्रदूषण से भी छुटकारा मिल पाएगा। पहली बार इस ट्रैक पर ट्रायल सही रहा है और किसी प्रकार की कोई खामी नहीं मिली।
22 अगस्त 2019 को किया था शिलान्यास
हरियाणा रेल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कार्पोरेशन की ओर से प्रदेश व केंद्र सरकार की इस संयुक्त परियोजना का शिलान्यास मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने 22 अगस्त 2019 को किया था। अनुमानित लागत 245.99 करोड़ मानी जा रही है, जिसमें प्रदेश सरकार 136.45 करोड़ और केंद्रीय रेलवे विभाग की ओर से 109.54 करोड़ रुपये का बजट तय किया गया था। यहां से ट्रेनें चलने का शहरवासी लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं।

Comments are closed.