
पीड़िता
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
मध्य प्रदेश के डिंडौरी जिले में हमले में घायल पति की मौत के बाद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के स्टाफ ने मृतक की पत्नी से बेड पर लगा खून साफ कराया। इस मामले ने जब तूल पकड़ा, तब मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने मामले को संज्ञान में लिया। मामले को लेकर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डिंडोरी ने जिले में घटित आपत्तिजनक एवं अमानवीय घटना के लिए जिम्मेदार अधिकारियों एवं कर्मचारियों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की है।
इस संबंध में जारी आदेश के अनुसार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गरदासरी में पदस्थ चिकित्सा अधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह को आगामी आदेश तक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र करंजिया में अटैच कर दिया गया है। साथ ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गरदासरी में पदस्थ नर्सिंग अधिकारी राजकुमारी एवं छोटी बाई ठाकुर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
क्या था मामला
दरअसल, मामला डिंडौरी जिले के गाड़ासरई थाना क्षेत्र के लालपुर गांव में एक नंवबर की शाम हुए जमीनी विवाद से जुड़ा है। जमीन विवाद को लेकर एक पक्ष ने पीड़ित परिवार पर धारदार हथियार से हमला कर दिया। हमले में पिता समेत उसके तीन बेटों को आरोपियों ने बुरी तरह पीटा और धारदार हथियार से वार कर उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया। हमले में घायल बुजुर्ग पिता और उसके एक बेटे की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो भाइयों शिवराज और रामराज को गंभीर हालत में गाड़ासरई के स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। खून से लतपथ शिवराज का स्वास्थ्य केंद्र में पड़े एक बेड पर लेटाकर इलाज किया जा रहा था, इस दौरान उसने दम तोड़ दिया। इसके बाद उसकी पांच महीने की गर्भवती पत्नी से उसी बेड को साफ कराया गया, जिस पर कुछ देर पहले शिवराज की मौत हो हुई थी।

Comments are closed.