
प्रोक्टर टीम को ज्ञापन देने गए छात्र, गाड़ी अन्दर ले जाने पर हुए विवाद पर हंगामा करते हुए
– फोटो : संवाद
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अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के स्कूल के 12वीं में फेल छात्रों ने बाबे सैयद बंद कर हंगामा किया। स्कूल प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने स्कूलों के शिक्षकों और प्रधानाचार्यों पर फेल और अंक कम करने का आरोप लगाया है।
परीक्षा नियंत्रक ने 15 मई देर शाम 12वीं के नतीजे घोषित कर दिए। नतीजे देखकर छात्रों में खुशी की लहर दौड़ गई तो कुछ उदास-हताश हो गए। जो छात्र फेल हुए या जिनके अंक कम आए उन्होंने बाबे सैयद पर हंगामा व नारेबाजी शुरू कर दी। उनके साथ एएमयू के छात्र नेता भी शामिल हो गए। एसटीएस हाईस्कूल, एएमयू सिटी स्कूल के छात्रों ने बाबे सैयद बंद कर दिया। उनकी प्रॉक्टोरियल टीम के सदस्यों से नोकझोंक भी हुई। छात्रों के हंगामे की खबर पर सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्रधानाचार्य भी पहुंच गए। छात्रों ने उन्हें ज्ञापन सौंपकर कॉपियों को दोबारा जांच कराने की मांग की है।
स्कूली छात्रों के समर्थन में पहुंचे छात्र नेता नवेद चौधरी ने कहा कि 12वीं के कुछ छात्र परेशान हैं, क्योंकि उन्हें फेल किया गया और कुछ के अंक कम किए गए हैं। कहा, स्कूल प्रशासन और शिक्षकों ने छात्रों की आवाज दबाने की कोशिश की है। क्योंकि वह उनके फैसले के खिलाफ आवाज उठाते हैं। उनसे बदला लेने के लिए उन्हें फेल या कम अंक दिए जाते हैं। छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं करने दिया जाएगा।
छात्रों ने बताया कि अल्लामा इकबाल हाल में एक छात्र को सांप ने डंस लिया था। उसके विरोध में छात्रों ने प्रदर्शन किया था। उसी से स्कूल प्रशासन नाराज था। छात्र नेता जैद शेरवानी ने कहा कि छात्रों के साथ नाइंसाफी नहीं होनी दी जाएगी। वह स्कूल प्रशासन से सवाल करते हैं कि छात्रों को कम अंक क्यों दिए गए हैं। दोबारा कॉपियों की जांच की जाए। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। उधर, बाबे सैयद पर प्रॉक्टोरियल टीम के सदस्यों से बातचीत कर रहे थे, तभी चार पहिया वाहन सवार ने लगातार हॉर्न बजाना शुरू कर दिया। इससे नाराज छात्र कार सवार के पास पहुंच गए और कार का घेराव कर दिया। कार सवार ने खुद को मेडिकल कॉलेज का डॉक्टर बताया। फिर भी उन्हें बाबे सैयद के अंदर नहीं जाने दिया। उन्हें रास्ता बदलना पड़ा।

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