Uttarakhand Assembly By-election 2024 Voting Ruckus, Stone Pelting And Firing In Mangalore – Amar Ujala Hindi News Live
मौके पर मौजूद लोगों का कहना है कि हंगामे के दौरान फायरिंग भी हुई है। फायरिंग की सूचना मिलते ही पुलिसबल मौके पर पहुंचा। किसी तरह हालात पर काबू पाया गया। हालांकि जिला प्रशासन हरिद्वार का कहना है कि मंगलौर उपचुनाव के दौरान मतदेय स्थल पर फायरिंग की सूचना पूर्णरूप से तथ्यहीन है।
मंगलौर विधानसभा सीट पर उपचुनाव बुधवार को हुआ। लिब्बरहेड़ी का बूथ नंबर 53-54 संवेदनशील क्षेत्रों में से एक था। इस बूथ पर तीन हजार से अधिक वोट हैं। ऐसे में यहां पुलिस और अर्द्धसैनिक बल को तैनात किया जाना चाहिए था लेकिन सुबह से यहां केवल दो होमगार्ड ही तैनात थे। ऐसे में नौ बजे अचानक दो पक्षों में विवाद हो गया।
मौके पर मौजूद स्थानीय लोगों और कांग्रेसियों ने आंखों देखा हाल बताते हुए कहा कि दोनों पक्ष वोट डालने को लेकर आपस में भिड़े थे क्योंकि बूथ पर भीड़ अधिक थी। देखते ही देखते यहां लाठी-डंडे चल गए। छतों से कुछ लोगों ने पथराव कर दिया। मामला बढ़ता देख अपनी दहशत बनाए रखने के लिए कुछ लोगों ने हवाई फायर तक किए। इससे पूरे लिब्बरहेड़ी में दहशत फैल गई। किसी ने तत्काल फायरिंग की सूचना पुलिस प्रशासन को दी।
घटनास्थल पर पूरा हरिद्वार पुलिस प्रशासन पहुंचा। साथ ही अर्द्धसैनिक बल भी मौके पर पहुंचा। पुलिस ने मामले की जानकारी जुटाई। पथराव करने वालों को बूथ परिसर से खदेड़ा। इसके अलावा पूरे मोहल्ले की गलियों में गश्त की। फायरिंग को लेकर पुलिस को कोई सबूत नहीं मिला। इसके बाद ही मतदान शुरू हो पाया।
उधर, एसपी देहात एसके सिंह ने बताया कि फायरिंग की सूचना पर पुलिस और अर्द्धसैनिक बल को तैनात किया गया। कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान फिर से कराया गया। जानकारी जुटाने पर पता चला कि मौके पर किसी तरह की कोई फायरिंग नहीं हुई थी। फायरिंग की गलत सूचना दी गई थी।
लिब्बहेड़ी में हुए हंगामें के बाद घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मंगलौर लाया गया। शहबान, तौकीन और शकील हाजी समेत पांच लोग घायल अवस्था में पहुंचे थे। इसमें से एक का हाथ टूटा है, दूसरे के पैर में गंभीर चोट है। एक अन्य को गंभीर चोट लगी है। सभी घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है।

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