हिसार जिले में पिछले करीब 20 दिन से डीएपी का संकट बना हुआ है। डीएपी न मिलने के कारण किसानों को गेंहू की बिजाई में दिक्कतें आ रही हैं। किसानों ने कृषि विभाग की सिफारिश पर डीएपी के स्थान पर एनपीके खाद खरीदना शुरु किया तो किसानों को वह भी नहीं मिला। जिले में अब तक एनपीके के लिए भी लंबी लाइनें लगना शुरू हो गई हैं। सोमवार को किसानों को एनपीके खाद पहुंचने की जानकारी मिली तो किसान सुबह से ही लाइन में लग गए। किसानों ने बताया कि सुबह 5 बजे आकर लाइन में लग गए थे। खाद के लिए काउंटर सुबह 9 बजे खोला गया तो करीब 300 से अधिक किसान लाइन में लगे हुए थे। किसानों की संख्या अधिक होने पर तथा एनपीके की उपलब्धता कम होने पर किसानों के लिए खाद के बैग तय कर दिए गए। एक किसान को केवल 5-5 बैग देने का फैसला लिया गया। सुबह करीब 10 बजे बाद भी किसानों को खाद बांटना शुरू नहीं किया जा सका। कृषि विभाग के कुछ कर्मी भी मौके पर पहुंचे। किसानों ने बताया कि अब खाद नहीं मिला तो बिजाई में देरी हो जाएगी। जिससे फसल का उत्पादन कम हो जाएगा।

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