Weather Update: 125 Years Old Record Broken, Kanpur Was Hottest In The Country – Amar Ujala Hindi News Live

डॉ. पांडेय ने बताया कि इस साल 15 पश्चिमी विक्षोभ आए हैं। इनके आने से चक्रवाती घेरे बनते हैं और हवाओं की गति बाधित होती है। इस बार मौसमी गतिविधि ला-नीना तटस्थ रही। इसके सक्रिय होने से भी ठंडक बढ़ती है। अक्तूबर-नवंबर से इसे सक्रिय होना था, लेकिन नहीं हुआ। तकनीकी अधिकारी अजय मिश्रा का कहना है कि कानपुर परिक्षेत्र में इस बार कोई चक्रवात नहीं बना। इसके अलावा मानसून के बाद की बारिश न के बराबर हुई और ओले भी नहीं गिरे। इससे तापमान में गिरावट नहीं हुई।
तेज चलेंगी हवाएं, बादल आएंगे
मौसम के मिजाज में बदलाव आने का पूर्वानुमान है। बंगाल की खाड़ी क्षेत्र में बादलों की एक लंबी श्रंखला बन गई है। इसके साथ ही चक्रवाती घेरा बन रहा है। इसका हल्का असर कानपुर परिक्षेत्र पर भी रहेगा। सीएसए के मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक पांच दिनों तक हल्की और मध्यम श्रेणी के बादल छाए रहेंगे।
बारिश की कोई संभावना नहीं है। वरिष्ठ मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के साथ बादलों की श्रंखला भी बनी हुई है। राजस्थान में चक्रवाती हवाओं का घेरा बना हुआ है। इसके प्रभाव से आसपास के क्षेत्र में बूंदाबादी हो सकती है।
