इस वीक कई व्रत और त्योहार पड़ रहे हैं। इस बार एकादशी व्रत 2 जुलाईको है, लेकिन इसके बाद द्वादशी तिथि 3 को, त्रयोदशी 4 को और इसके बाद सीधे अमावस्या तिथि है। इस बार चतुर्दशी तिथि का क्षय हो रहा है। आषाढ़ अमावस्या 5 जुलाई को मनाई जाएगी। अमावस्या के बाद से गुप्त नवरात्रि शुरू हो जाएंगे। इस सप्ताह में सबसे पहले 3 जुलाई को प्रदोष व्रत, 4 जुलाई को मासिक शिवरात्रि व्रत और 5 जुलाईको अमावस है। इसके बाद 6 जुलाई से गुप्त नवरात्रि शुरू हो रहे हैं। इसी वीक से जगन्नाथ रथ यात्रा भी शुरू हो रही है और गंडमूल नक्षत्र भी 8 जुलाईको है। इस नक्षत्र में जन्में बच्चे के लिए पूजा पाठ कराया जाता है। यहां पढ़ें इस सप्ताह 03 जुलाई से 08 जुलाई 2024 तक सभी व्रत और त्योहार
03 जुलाई (बुधवार) आषाढ़ कृष्ण द्वादशी प्रात 07.11 मिनट तक। प्रदोष व्रत। इसमें भगवान शिव की पूजा की जाती है।
04 जुलाई (गुरुवार) आषाढ़ कृष्ण त्रयोदशी प्रात 05.55 मिनट तक पश्चात चतुर्दशी रात्रि 04.58 मिनट तक तदनंतर अमावस्या तिथि। मास शिवरात्रि व्रत। चतुर्दशी तिथि का क्षय इस बार हो रहा है। एकादशी तिथि दो बार पड़ने के कारण ऐसा है।
05 जुलाई (शुक्रवार) आषाढ़ कृष्ण अमावस्या रात्रि 04.27 मिनट तक। आषाढ़ अमावस। लाई माह में आने वाली अमावस्या तिथि को आषाढ़ अमावस्या कहा जाता है। आषाढ़ अमावस्या पितृ दोष, कालसर्प दोष से मुक्ति पाने के लिए अच्छा दिन है। इस दिन किए गए उपाय आपको फल देते हैं।
06 जुलाई (शनिवार) आषाढ़ शुक्ल प्रतिपदा रात्रि 04.27 मिनट तक। आषाढ़ शुक्ल पक्ष प्रारंभ। गुप्त नवरात्रि प्रारंभ।
07 जुलाई (रविवार) आषाढ़ शुक्ल द्वितीया रात्रि 05 बजे (सूर्योदय पूर्व) तक। चंद्र दर्शन। रथयात्रा उत्सव (श्री जगन्नाथ पुरी)।
08 जुलाई (सोमवार) आषाढ़ शुक्ल तृतीया तिथि (दिन-रात)। मुहर्रम (मुस्लिम) 1446 हिजरी शुरू। गंडमूल प्रात 06.03 मिनट से।
पं. ऋभुकांत गोस्वामी

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